काल भैरव जयंती: इस चालीसा का पाठ करने से मिलेगी हर संकट से मुक्ति

पर्व का महत्व

भैरव जयंती, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।

पूजा-अर्चना

मंदिरों में प्रातः काल से काल भैरव देव की पूजा-अर्चना होती है।

तंत्र साधना

कठिन साधना काल भैरव की पूजा निशा काल में होती है, तंत्र सीखने वालों के लिए।

संकटों से मुक्ति

काल भैरव देव की पूजा से साधक को सभी संकटों से मुक्ति मिलती है।

घर में समृद्धि

पूजा से साथ ही घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है।

भैरव चालीसा

जीवन में दुख से निजात पाने के लिए करें भैरव चालीसा का पाठ।

आरती

पूजा के समय भैरव चालीसा और उनकी आरती करें।

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