खरमास में मांगलिक कार्यों से बचें, धार्मिक कार्यों का महत्व समझें।
सूर्य के धनु राशि में गोचर करते ही खरमास का आरंभ होता है।
खरमास 2023: 16 दिसंबर से शुरू, 14 जनवरी 2024 को समाप्त होगा।
सूर्य देव की पूजा में मंत्रों का जाप करें, उनका महत्व समझें।
'ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ' और 'ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः' मंत्र का जाप करें।
खरमास समाप्त होने पर धार्मिक कार्य शुरू होंगे।
खरमास में भगवान विष्णु और सूर्य देव की पूजा से सुख-समृद्धि मिलती है।