अमावस्या तिथि सनातन धर्म में विशेष मानी जाती है।
02 सितंबर को सुबह 05:21 से शुरू, 03 सितंबर को सुबह 07:24 तक।
इस दिन शिव और पार्वती की पूजा करें।
पीपल के पेड़ की पूजा करें और तिल के तेल का दीपक जलाएं।
पीपल के नीचे दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।
पीपल की पूजा से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
अमावस्या के दिन पितरों का पिंडदान करना अत्यंत शुभ माना जाता है।