पितरों की पूजा का शुभ दौर, 29 सितंबर से 14 अक्टूबर तक।
पितरों को प्रसन्न करने के लिए श्राद्ध करने का मार्ग।
2 अक्टूबर को, मृत्यु के एक साल बाद, पितरों को समर्पित।
7 अक्टूबर को, मातृ नवमी के लिए, पितरों का आशीर्वाद।
14 अक्टूबर को, पितृ पक्ष का समापन और श्राद्ध का महत्व।
काले तिल और वस्त्र का दान पितरों को प्रसन्न करता है।
पितृ पक्ष में मांसाहारी आहार से परहेज करें।