पितृ पक्ष का अंतिम दिन, 14 अक्टूबर को पितरों की विदाई करने का उपाय।
स्नान के बाद सूर्य देव का जल अर्पण और गायत्री मंत्र का जाप करें।
सर्व पितृ दिन, पीपल पेड़ पर जल चढ़ाकर शाम को दीपक जलाएं।
गाय को पालक खिलाकर देवी-देवताओं को और पितरों को आनंदित करें।
सर्व पितृ दिन, दूध, तिल, और कुशा से पितरों के लिए जल का तर्पण करें।
ब्राह्मणों और जरूरतमंद लोगों को अनाज और वस्त्र दान करने का महत्व।
पितरों की आत्मा को शांति दिलाने के लिए पुण्य कर्म करें।