गृहस्थ लोगों को शिवलिंग के पूजन में नियमों का पालन करना चाहिए।
शिवलिंग को एक स्थान और दिशा में स्थापित करना चाहिए।
स्थान बदलने पर गंगाजल और दूध से स्नान कराना चाहिए।
शिवलिंग को मंदिर के अंदर ही रखना चाहिए, कोने में नहीं।
गलती से तुलसी की पत्ती न चढ़ाएं, बेलपत्र चढ़ाना लाभकारी है।
शिवलिंग को स्थापित करने से पहले उसे गंगाजल और दूध से स्नान कराएं।
शिवलिंग के साथ मां-पार्वती, भगवान गणेश की मूर्तियां रखें।