छठ पूजा 2023: सूर्यदेव को क्यों दिया जाता है अर्घ्य? जानें पौराणिक कथा

ऋषियों द्वारा स्थापित परंपरा

ऋषियों ने छठ पूजा को सूर्यदेव का नमन करने का अवसर बनाया।

पूजा का समय और तिथि

कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि पर मनाई जाती है।

अर्घ्य देने का विधान

व्रती लोग नदी या तालाब में सुबह और सायं के समय अर्घ्य देते हैं।

सूख-समृद्धि का आशीर्वाद

जल अर्पित करने से साधक को सुख और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।

पुत्र प्राप्ति की कथा

राजा प्रियंवद को पुत्र प्राप्ति के लिए महर्षि कश्यप ने किया यज्ञ।

खीर का महत्व

राजा की पत्नी को खीर खिलाने से उन्हें पुत्र प्राप्ति हुई।

ब्रह्मा की मानस पुत्री

राजा की प्राण त्याग के समय, ब्रह्मा की मानस पुत्री देवसेना प्रकट हुई।

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