स्कैल्प इन्फेक्शन: बालों के झड़ने का मुख्य कारण और बचाव के उपाय

स्कैल्प इन्फेक्शन और बालों का झड़ना
यदि आपके बाल तेजी से झड़ रहे हैं और साथ ही स्कैल्प में खुजली, घाव, रूसी और लालिमा दिखाई दे रही है, तो यह केवल बालों के झड़ने की समस्या नहीं है, बल्कि यह स्कैल्प इन्फेक्शन का संकेत भी हो सकता है। गाजियाबाद की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. सौम्या सचदेवा ने इस विषय पर जानकारी साझा की है।
स्कैल्प इन्फेक्शन के लक्षण
अगर आपके बाल अचानक गिरने लगे हैं और आप इसके पीछे का कारण नहीं समझ पा रहे हैं, तो यह स्कैल्प इन्फेक्शन का संकेत हो सकता है। जब बाल तेजी से गिरते हैं और स्कैल्प पर खुजली, जलन या पपड़ी दिखाई देती है, तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है।
कई लोग मानते हैं कि बालों का झड़ना केवल डैंड्रफ या मौसम के बदलाव के कारण होता है, लेकिन यदि स्कैल्प में खुजली, जलन, पपड़ी या सफेद स्केल्स दिखाई देते हैं और बाल जड़ों से टूटने लगते हैं, तो यह फंगल स्कैल्प इन्फेक्शन के लक्षण हो सकते हैं।
स्कैल्प इन्फेक्शन के कारण
डॉ. सौम्या बताती हैं कि स्कैल्प इन्फेक्शन के कारण बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं, जिससे बाल झड़ने लगते हैं। यह संक्रमण फंगल, बैक्टीरियल या यीस्ट के कारण हो सकता है। विशेष रूप से टिनिया कैपिटिस (Tinea Capitis) नामक फंगल इंफेक्शन बालों के झड़ने का एक प्रमुख कारण है।
यह स्किन पर लाल, गोल घाव के रूप में प्रकट होता है और बाल उस क्षेत्र से गिर जाते हैं।
स्कैल्प इन्फेक्शन के कारण
स्कैल्प इन्फेक्शन कई कारणों से हो सकता है, जैसे:
- गंदे या पसीने वाले बालों को बार-बार न धोना
- किसी और का कंघा या तौलिया इस्तेमाल करना
- लंबे समय तक डैंड्रफ को नजरअंदाज करना
- बालों में नमी रह जाना (बाल सुखाए बिना बांधना)
इलाज के उपाय
इस समस्या के समाधान के लिए सबसे पहले स्कैल्प को साफ और सूखा रखना आवश्यक है। माइल्ड एंटी-फंगल शैम्पू का उपयोग करें और यदि समस्या बढ़ जाती है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
कुछ लोग घरेलू उपाय जैसे नीम का पानी, एलोवेरा, या टी ट्री ऑयल से भी राहत पाते हैं, लेकिन गंभीर मामलों में चिकित्सा उपचार अधिक प्रभावी होता है।
स्कैल्प को साफ रखें और सप्ताह में 2-3 बार माइल्ड एंटी-फंगल शैम्पू का उपयोग करें। बालों को गीला छोड़ने से बचें और तौलिया या कंघा किसी के साथ साझा न करें।
यदि खुजली, जलन या घाव बढ़ते हैं, तो तुरंत त्वचा रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें। घरेलू उपाय हल्के संक्रमण में राहत दे सकते हैं, लेकिन गंभीर मामलों में दवा आवश्यक होती है।