सुनील गावस्कर का 76वां जन्मदिन: क्रिकेट के लिटिल मास्टर की अनकही कहानियाँ
भारतीय क्रिकेट के लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर आज 76 वर्ष के हो गए हैं। उनके जन्मदिन पर जानें उनके जीवन की कुछ अनकही कहानियाँ, क्रिकेट में उनकी उपलब्धियाँ और विवादों से जुड़ी बातें। गावस्कर ने अपने करियर में कई शानदार पारियां खेली हैं और भारतीय क्रिकेट को नई दिशा दी है।
Jul 10, 2025, 13:27 IST
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सुनील गावस्कर का जन्मदिन
भारतीय क्रिकेट के 'लिटिल मास्टर' सुनील गावस्कर आज, 10 जुलाई को अपने 76वें जन्मदिन का जश्न मना रहे हैं। उन्हें विश्व के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। पूर्व कप्तान ने अपने करियर में कई शानदार पारियां खेली हैं, जब क्रिकेट के मैदान पर तेज गेंदबाजों का दबदबा था। फिर भी, गावस्कर को आउट करने के लिए गेंदबाजों को काफी मेहनत करनी पड़ती थी। आइए, उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें जानते हैं...
जन्म और पारिवारिक पृष्ठभूमि
सुनील गावस्कर का जन्म 10 जुलाई 1949 को मुंबई में हुआ। जन्म के बाद उनके परिवार के कई सदस्य उनसे मिलने आए, जिनमें उनके काका भी शामिल थे। काका ने गावस्कर के कान के पास एक बर्थमार्क देखा, लेकिन जब अगले दिन वह अस्पताल पहुंचे, तो जिस बच्चे को उन्होंने गोद में उठाया, उसके कान पर वह निशान नहीं था। इस पर काका चिंतित हो गए और हंगामा कर दिया। इसके बाद पूरे अस्पताल में बच्चों की जांच की गई और गावस्कर मछुआरे की पत्नी के पास मिले।
क्रिकेट में प्रारंभिक सफलता
गावस्कर ने अपने स्कूल के दिनों से ही एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर के रूप में पहचान बनानी शुरू कर दी थी। 1966 में उन्हें 'बेस्ट स्कूल ब्वॉय' का पुरस्कार मिला। उन्होंने अपनी सेकेंडरी शिक्षा के अंतिम दो वर्षों में लगातार दो डबल सेंचुरी लगाकर सबका ध्यान आकर्षित किया। उसी वर्ष, उन्होंने रणजी मैच में डेब्यू किया और कर्नाटक के खिलाफ दोहरा शतक बनाया, जिससे चयनकर्ताओं को प्रभावित किया। 1971 में, उन्हें वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम में शामिल किया गया।
परिवार का योगदान
गावस्कर के क्रिकेट करियर को आकार देने में उनके पिता मनोहर गावस्कर और मां मीनल का महत्वपूर्ण योगदान रहा। बचपन में, वह टेनिस गेंदों से खेलते थे और उनकी मां गेंदबाजी करती थीं। बाद में, गावस्कर ने क्रिकेट में ऐसी पहचान बनाई कि उनकी तुलना किसी और से नहीं की जा सकती।
विवादों से जुड़ी कहानियाँ
सुनील गावस्कर अपने निष्पक्ष विचारों के लिए अक्सर चर्चा में रहते हैं। 1981 में मेलबोर्न में अंपायर द्वारा आउट किए जाने पर उन्होंने अपने साथी खिलाड़ी को भी मैदान से बाहर कर दिया था। हरभजन सिंह के मंकीगेट विवाद पर भी उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, कई अन्य मामलों के कारण भी गावस्कर विवादों में रहे हैं।