सचिन तेंदुलकर और अंजलि की अनोखी प्रेम कहानी

सचिन तेंदुलकर, जिन्हें क्रिकेट का भगवान माना जाता है, की प्रेम कहानी भी उतनी ही दिलचस्प है। उनकी पहली मुलाकात अंजलि से एयरपोर्ट पर हुई थी, और इसके बाद दोनों के बीच एक खूबसूरत रिश्ता विकसित हुआ। जानें कैसे सचिन ने अंजलि के प्रति अपने प्यार को साबित किया और उनकी शादी की कहानी। यह कहानी न केवल रोमांचक है, बल्कि प्रेरणादायक भी है।
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सचिन तेंदुलकर: क्रिकेट के भगवान की प्रेम कहानी

सचिन तेंदुलकर को कौन नहीं जानता? क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन ने मात्र 16 वर्ष की आयु में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था, जो पाकिस्तान के खिलाफ था। लेकिन आज हम उनके क्रिकेट करियर की बात नहीं करेंगे, बल्कि उनके जीवन की एक दिलचस्प कहानी साझा करेंगे। सचिन ने 11 साल की उम्र में क्रिकेट का बल्ला थाम लिया था। क्या कभी उन्होंने क्रिकेट से हटकर किसी और चीज़ के बारे में सोचा? क्या उनकी जिंदगी में कोई प्रेम कहानी है? आइए जानते हैं।


सचिन और अंजलि की पहली मुलाकात

सचिन और अंजलि की प्रेम कहानी बेहद दिलचस्प है। दोनों की पहली मुलाकात 1990 में एयरपोर्ट पर हुई थी, जब सचिन इंग्लैंड से लौट रहे थे और अंजलि अपनी मां को रिसीव करने आई थीं। उस समय अंजलि एक मेडिकल स्टूडेंट थीं और सचिन के क्यूट लुक्स पर वह फिदा हो गईं। सचिन ने अपनी ऑटोबायोग्राफी 'प्लेइंग इट माय वे' में इस मुलाकात का जिक्र किया है।


सचिन की शर्म और अंजलि का साहस

अंजलि ने बताया कि सचिन उस समय इतने शर्मीले थे कि उन्होंने पीछे मुड़कर भी नहीं देखा। बाद में अंजलि ने सचिन का नंबर ढूंढकर उन्हें फोन किया। सचिन ने उनकी पहचान सही बताई, जिससे यह साबित होता है कि वह सिर्फ क्रिकेट के नगीने नहीं, बल्कि प्रेम के सच्चे जौहरी भी हैं।


अंजलि का सचिन से मिलने का अनोखा तरीका

एक बार अंजलि सचिन से मिलने के लिए खुद को पत्रकार बताकर उनके घर पहुंच गई थीं। सचिन की मां को शक था कि वह सचिन की फैन हैं। अंजलि ने अपनी लव स्टोरी के बारे में कई बातें साझा की हैं, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने सचिन को लेटर लिखकर अपनी भावनाएं साझा कीं।


सचिन और अंजलि की शादी

सचिन और अंजलि ने 24 मई, 1995 को शादी की, जब सचिन 22 साल के थे और अंजलि 28 की। उम्र के फासले पर उन्होंने कहा कि इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा। सचिन ने अंजलि को हमेशा अपना सबसे बड़ा सपोर्ट सिस्टम माना है।


सचिन का अंजलि के प्रति सम्मान

सचिन ने अंजलि के त्याग और बलिदान को हमेशा मान दिया है। उन्होंने अपनी बायोग्राफी में कहा है कि अंजलि ने उन्हें कठिन समय में बहुत मदद की। सचिन की यह प्रेम कहानी न केवल रोमांचक है, बल्कि प्रेरणादायक भी है।