शुभमन गिल की कप्तानी में भारत की नई शुरुआत: सचिन तेंदुलकर की सलाह
भारत के नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल की अग्निपरीक्षा 20 जून से शुरू हो रही है। सचिन तेंदुलकर ने गिल को सलाह दी है कि उन्हें बाहरी टिप्पणियों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और अपनी रणनीति पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इस श्रृंखला में भारत अपने अनुभवी खिलाड़ियों के बिना उतरेगा, जो गिल के लिए एक चुनौतीपूर्ण स्थिति है। जानें तेंदुलकर ने और क्या कहा।
| Jun 19, 2025, 19:59 IST
शुभमन गिल की अग्निपरीक्षा
भारत के नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल की परीक्षा शुक्रवार, 20 जून से शुरू होने जा रही है। लीड्स में भारत और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट मैच खेला जाएगा। इस पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला के आरंभ से पहले, क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने शुभमन गिल को महत्वपूर्ण सलाह दी है।
सचिन तेंदुलकर की सलाह
सचिन तेंदुलकर का मानना है कि शुभमन गिल को भारतीय क्रिकेट के इस चुनौतीपूर्ण समय में सही समर्थन और समय दिया जाना चाहिए। उन्होंने नए कप्तान को यह भी सलाह दी कि उन्हें बाहरी टिप्पणियों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और अपनी रणनीति पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
गिल का नेतृत्व
25 वर्षीय शुभमन गिल इंग्लैंड के खिलाफ इस टेस्ट श्रृंखला में भारत के कप्तान होंगे। यह श्रृंखला वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के चौथे चक्र की शुरुआत भी करेगी। उल्लेखनीय है कि भारतीय टीम अपने तीन प्रमुख खिलाड़ियों विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन के बिना मैदान में उतरेगी, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है।
तेंदुलकर की भविष्यवाणी
हेडिंग्ले, लीड्स में पहले टेस्ट से पहले एक इंटरव्यू में, सचिन तेंदुलकर ने कहा कि गिल को समय और सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कई सुझाव सामने आएंगे, लेकिन गिल को अपनी टीम की रणनीति पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। ड्रेसिंग रूम में क्या हो रहा है, यह महत्वपूर्ण है।
बाहरी दबाव से बचें
तेंदुलकर ने यह भी कहा कि गिल को यह देखना चाहिए कि जो निर्णय लिए जा रहे हैं, वे टीम के हित में हैं या नहीं। उन्हें बाहरी आवाजों पर ध्यान नहीं देना चाहिए, जैसे कि लोग कहेंगे कि वह बहुत आक्रामक हैं या रक्षात्मक।
बल्लेबाजों के लिए सलाह
सचिन तेंदुलकर ने यह भी कहा कि बल्लेबाजों को परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालना होगा। उन्हें हालात को समझकर अपनी बल्लेबाजी की रणनीति बनानी चाहिए। एकतरफा खेल नहीं होना चाहिए, बल्कि उन्हें परिस्थितियों के अनुसार खेलना चाहिए।
