शमी और हसीन जहां के बीच विवाद में कोर्ट का बड़ा फैसला: 4 लाख रुपये मासिक भरण-पोषण

कोर्ट का आदेश
भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी और उनकी पूर्व पत्नी हसीन जहां के बीच चल रहे कानूनी विवाद में कोलकाता हाई कोर्ट ने शमी को हर महीने 4 लाख रुपये भरण-पोषण देने का आदेश दिया है। इस आदेश के अनुसार, शमी को जहां को 1.5 लाख रुपये और उनकी बेटी के लिए 2.5 लाख रुपये देने होंगे।
कानूनी लड़ाई का इतिहास
यह निर्णय छह साल से अधिक समय से चल रहे कानूनी मामलों के बाद आया है, जिसमें जहां ने 2018 में घरेलू हिंसा और व्यभिचार के आरोप लगाए थे। हालांकि, जहां ने इस राशि को लेकर असंतोष व्यक्त किया है, उनका कहना है कि यह शमी की उच्च जीवनशैली के अनुरूप नहीं है।
हसीन जहां की प्रतिक्रिया
जहां ने एक साक्षात्कार में कहा, "शमी की जीवनशैली को देखते हुए, 4 लाख रुपये बहुत कम हैं। हमने शुरू में 10 लाख रुपये की मांग की थी, और तब से कीमतों में वृद्धि हुई है। मैं अपने वकील इम्तियाज भाई और माननीय जज का धन्यवाद करती हूं, लेकिन मैं अधिक राशि की मांग जारी रखूंगी ताकि मैं अपनी बेटी के लिए बेहतर प्रबंध कर सकूं।"
आगे की संभावनाएं
जहां के वकील इम्तियाज अहमद ने बुधवार को कोर्ट के आदेश की पुष्टि की और बताया कि यह राशि भविष्य में बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि ट्रायल कोर्ट को मुख्य आवेदन का निपटारा छह महीने में करना है, और संभावना है कि भरण-पोषण राशि 6 लाख रुपये प्रति माह तक बढ़ाई जा सकती है।
महत्वपूर्ण मोड़
यह फैसला एक महत्वपूर्ण क्षण है इस विवादास्पद और उच्च-प्रोफ़ाइल कानूनी लड़ाई में, हालांकि अंतिम समाधान में अभी भी कई महीने लग सकते हैं।