विराट कोहली की शानदार पारी से भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराया
कोहली का दबाव-मुक्त खेल
भारत के प्रमुख बल्लेबाज विराट कोहली ने शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 45 गेंदों में नाबाद 65 रन बनाकर अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया। उन्होंने कहा कि वह इस समय बिना किसी दबाव के खेल रहे हैं। इस श्रृंखला में कोहली ने 302 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर का खिताब हासिल किया। पहले दो वनडे में शतक लगाने के बाद, तीसरे मैच में भी उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया और उन्हें श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।
भारत की जीत और कोहली की संतोषजनक पारी
भारत ने शनिवार को दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 2-1 से अपने नाम की। पुरस्कार समारोह में कोहली ने कहा, "ईमानदारी से, इस श्रृंखला में मेरा खेल मेरे लिए सबसे संतोषजनक है। पिछले दो-तीन सालों में मैंने इस तरह नहीं खेला।"
टीम के लिए योगदान और आत्मविश्वास
कोहली ने आगे कहा, "जब मैं इस तरह से बल्लेबाजी करता हूं, तो यह टीम के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इससे मुझे आत्मविश्वास मिलता है कि मैं किसी भी स्थिति में मैच का रुख बदल सकता हूं।" उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि लंबे समय तक खेलते रहने के कारण कभी-कभी आत्म-संदेह होता है।
रांची में शतक का महत्व
कोहली ने कहा कि रांची में बनाया गया शतक उनके लिए सबसे खास था। उन्होंने कहा, "रांची में पहला शतक खास था क्योंकि मैंने ऑस्ट्रेलिया के बाद कोई मैच नहीं खेला था।"
कप्तान राहुल का बयान
भारतीय कप्तान लोकेश राहुल ने कहा कि पहले दो मैचों में गीली आउटफील्ड में गेंदबाजी करने के बाद गेंदबाजों को ब्रेक देना जरूरी था। उन्होंने कहा, "पहले दो मैचों में हमें कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा।"
गेंदबाजों का योगदान
भारत की जीत में प्रसिद्ध कृष्णा (66 रन पर चार विकेट) और कुलदीप यादव (41 रन पर चार विकेट) का महत्वपूर्ण योगदान रहा। राहुल ने अपनी गेंदबाजी इकाई की सराहना करते हुए कहा, "हम बीच के ओवरों में दबाव बनाने में सफल रहे।"
दक्षिण अफ्रीका की प्रतिक्रिया
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा ने कहा कि उनकी टीम भारत को बड़ा लक्ष्य देने में असफल रही। उन्होंने कहा, "हमने बल्लेबाजी में ज्यादा रन नहीं बनाए।"
