राजस्थान का बांसवाड़ा: हरियाली और शांति का अद्भुत स्थल

बांसवाड़ा: एक अनोखी यात्रा
यदि आप राजस्थान को केवल रेगिस्तानों, महलों और ऊंटों की भूमि मानते हैं, तो बांसवाड़ा की यात्रा अवश्य करें। यह स्थान आपको एक अलग ही दुनिया में ले जाएगा। बांसवाड़ा, जो राजस्थान का एक जिला है, हरे-भरे जंगलों, झीलों, जलप्रपातों और पहाड़ियों से घिरा हुआ है। खासकर मानसून के दौरान, यह जगह इतनी खूबसूरत हो जाती है कि ऐसा लगता है जैसे प्रकृति ने यहाँ रंग भर दिए हों।

बांसवाड़ा को "100 द्वीपों का शहर" कहा जाता है, क्योंकि यहाँ माही डेम के बैकवाटर में कई छोटे द्वीप फैले हुए हैं। बारिश के मौसम में, यह दृश्य किसी फिल्म के दृश्य से कम नहीं होता। यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थलों में कडेलिया जलप्रपात, चाचा कोटा, सिंगपुरा जलप्रपात, जगमेदु पहाड़ी, त्रिपुरा सुंदरी मंदिर, मंगरह धाम, रामकुंड और नंदनी माता मंदिर शामिल हैं।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए "सफर बांसवाड़ा" ऐप लॉन्च किया गया।
हाल ही में, जिला प्रशासन ने "सफर बांसवाड़ा" नामक एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप की मदद से आप जिले के 29 प्रमुख पर्यटन स्थलों की जानकारी, स्थान और मार्ग अपने मोबाइल पर देख सकते हैं। यह स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है। मंगरह धाम यहाँ ऐतिहासिक और भावनात्मक रूप से विशेष है, जहाँ 1913 में सैकड़ों आदिवासियों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। त्रिपुरा सुंदरी मंदिर शक्तिपीठों में से एक है, जहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुँचते हैं। यदि आप भीड़ से दूर, शांति और स्वच्छ हवा में कुछ दिन बिताना चाहते हैं, तो बांसवाड़ा अवश्य आएं। यहाँ की हरी-भरी घाटियाँ, झरने और शांत झीलें आपके मन को शांति देंगी।
राजस्थान का बांसवाड़ा: हरियाली का अनमोल रत्न।
यह राजस्थान का कोना रेगिस्तान नहीं, बल्कि हरियाली का अनमोल रत्न है। बांसवाड़ा की यात्रा अवश्य करें। यह स्थान आपके दिल में बस जाएगा। इस मानसून में, बांसवाड़ा के प्राकृतिक स्थलों जैसे कागदी डेम, सिंगपुरा जलप्रपात और चाचा कोटा में बड़ी संख्या में पर्यटक आए हैं। खास बात यह है कि जिले के अधिकांश पर्यटन स्थल प्रकृति से जुड़े हुए हैं, जहाँ भीड़ कम और शांति अधिक है। यही कारण है कि परिवार और ट्रैकिंग पसंद करने वाले युवा इस स्थान को बहुत पसंद कर रहे हैं।
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