मोहम्‍मद सिराज ने इंग्‍लैंड में अपने पहले पांच विकेट हॉल के बारे में बताया

इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में मोहम्मद सिराज ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 6 विकेट लिए। उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों और चुनौतियों के बारे में बात की, साथ ही इंग्लैंड में अपने पहले पांच विकेट हॉल की खुशी भी साझा की। जानें सिराज ने कैसे अपनी गेंदबाजी से खेल का रुख बदला और टीम के लिए आत्मविश्वास बढ़ाया।
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मोहम्‍मद सिराज ने इंग्‍लैंड में अपने पहले पांच विकेट हॉल के बारे में बताया

सिराज का शानदार प्रदर्शन

इंग्लैंड ने एजबेस्टन, बर्मिंघम में दूसरे टेस्ट की पहली पारी में मजबूत वापसी की, जहां हैरी ब्रुक और जेमी स्मिथ ने 303 रनों की साझेदारी की। लेकिन मोहम्मद सिराज ने भारत के लिए खेल का रुख बदल दिया, उन्होंने शानदार गेंदबाजी करते हुए 6 विकेट लिए और इंग्लैंड को निर्धारित लक्ष्य से दूर रखा।


सिराज की जिम्मेदारी

सिराज ने जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में भारत की तेज गेंदबाजी का नेतृत्व किया। जियोहॉटस्टार से बात करते हुए, सिराज ने इंग्लैंड में अपने पहले पांच विकेट हॉल के बाद अपनी भावनाओं और जिम्मेदारी के बारे में बताया।


उन्होंने कहा, "आकाश दीप केवल अपना तीसरा या चौथा टेस्ट खेल रहा है। वही स्थिति प्रदीप कृष्ण की भी है। मैंने 38 टेस्ट खेले हैं। मेरा एकमात्र लक्ष्य लगातार लाइन और लेंथ में गेंदबाजी करना था। मेरे पास लगभग 600 रन थे, इसलिए मैं भी इसे आजमाना चाहता था। लेकिन मेरा मुख्य उद्देश्य गेंद को जितना हो सके पकड़ना था। अगर दबाव बढ़ता है, तो यह हमारे लिए बहुत अच्छा होगा।"


चुनौतियों का सामना

सिराज ने आगे कहा, "मुझे जिम्मेदारी पसंद है। मुझे चुनौतियाँ पसंद हैं। मैंने जीवन में कई चुनौतियों का सामना किया है। जब जिम्मेदारी मुझ पर आती है, तो मैं उसे बहुत अच्छे से लेता हूँ।"


उन्होंने कहा, "हम बहुत आगे हैं, लेकिन हमारी योजना बोर्ड पर अधिक से अधिक रन बनाना है। उनका मानसिकता आक्रामक है, इसलिए हम जितने संभव हो सके रन बनाना चाहते हैं। यह गेंदबाजों के लिए भी अच्छा है।"


पिच की स्थिति

सिराज ने कहा, "दिन-ब-दिन पिच धीमी होती जा रही है। मैंने कुछ भी महसूस नहीं किया। अगर आप एक जगह गेंदबाजी करते हैं, तो जब रन लीक होने लगते हैं, तो उसे रोकना बहुत मुश्किल होता है। यहाँ धैर्य बहुत महत्वपूर्ण है।"


उन्होंने कहा, "यह अविश्वसनीय है, क्योंकि मैं एक साल से पांच विकेट हॉल का इंतजार कर रहा था। मैं हमेशा 4 पर अटका हुआ था। गेंदबाजी बहुत अच्छी थी, लेकिन मुझे पांच विकेट नहीं मिल रहे थे। इसलिए, यह क्षण मेरे लिए बहुत खास है। इंग्लैंड में मैंने कभी फाइफर नहीं लिया। इसलिए, ये 6 विकेट मेरे लिए बहुत खास हैं।"


सिराज का अनुभव

सिराज ने अंत में कहा, "विकेट बहुत धीमा था। जब आपको जिम्मेदारी मिलती है और आपके पास बहुत अनुभव होता है, तो मेरा एकमात्र लक्ष्य यह था कि मैं अपनी तरफ से ज्यादा प्रयास न करूँ। अगर मैं किसी क्षेत्र से विकेट लेता हूँ, तो यह टीम को बहुत आत्मविश्वास देता है और माहौल भी बदलता है।"