मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान दिग्गज क्रिकेटर का निधन

भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान एक दुखद समाचार सामने आया है। 70 वर्षीय दिग्गज क्रिकेटर मीर बिलायत हुसैन का निधन हो गया है। मीर ने बांग्लादेश के लिए क्रिकेट खेला और अंपायर के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। इस लेख में उनके जीवन और करियर के बारे में जानकारी दी गई है।
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मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान दिग्गज क्रिकेटर का निधन

मैनचेस्टर टेस्ट में दुखद समाचार

मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान दिग्गज क्रिकेटर का निधन

मैनचेस्टर टेस्ट: भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला का चौथा मैच मैनचेस्टर में चल रहा है। इस मैच में मेज़बान टीम ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी करने का आमंत्रण दिया। पहले दिन का पहला सत्र भारत के पक्ष में रहा, लेकिन दूसरे सत्र में इंग्लिश गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया। इसके अलावा, भारत के प्रमुख बल्लेबाज ऋषभ पंत की चोट ने टीम की समस्याओं को और बढ़ा दिया।

इस रोमांचक मैच के बीच एक दुखद समाचार आया है। दरअसल, मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान 70 वर्षीय एक दिग्गज क्रिकेटर का निधन हो गया है।

दिग्गज क्रिकेटर का निधन

मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान दिग्गज क्रिकेटर का निधन

भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच चल रही टेस्ट श्रृंखला ने रोमांचक मोड़ ले लिया है। इंग्लिश टीम पहले ही श्रृंखला में 2-1 की बढ़त बना चुकी है और चौथे टेस्ट में जीत हासिल कर 3-1 से श्रृंखला अपने नाम करने की कोशिश कर रही है।

हालांकि, इस मैच के दौरान क्रिकेट जगत के लिए एक दुखद समाचार आया है। जहां एक ओर लोग मैनचेस्टर टेस्ट का आनंद ले रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पूर्व बांग्लादेशी क्रिकेटर और अनुभवी अंपायर मीर बिलायत हुसैन (Mir Belayet Hossain) का 70 वर्ष की आयु में निधन हो गया है।

बचपन से क्रिकेटर बनने का सपना

मीर बिलायत हुसैन (Mir Belayet Hossain) बांग्लादेश के महान क्रिकेटरों में से एक माने जाते हैं। उन्होंने बचपन से ही क्रिकेटर बनने का सपना देखा और इसे अपने जीवन का लक्ष्य बनाया। उनका झुकाव क्रिकेट की ओर बचपन से ही था, जिसके चलते उन्होंने खेलना शुरू किया और बांग्लादेश के क्रिकेट इतिहास में अपनी छाप छोड़ी। जानकारी के लिए बता दें कि वह 1979 के आईसीसी ट्रॉफी टूर्नामेंट का हिस्सा रहे, जिसमें उन्हें विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में चुना गया था। यह बांग्लादेश का पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट था और मीर ने उसमें शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 1977 से 1984 तक बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व किया।

सफल अंपायर के रूप में पहचान

मीर बिलायत हुसैन (Mir Belayet Hossain) का क्रिकेट करियर संन्यास के बाद भी खत्म नहीं हुआ। उन्होंने अंपायर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और कुल 100 से अधिक मैचों में रेफरी की भूमिका निभाई। उन्होंने 79 फर्स्ट-क्लास, 81 लिस्ट ए और 1 टी20 मैच में अंपायरिंग की। इसके अलावा, उन्होंने बीसीबी के क्षेत्रीय विकास प्रबंधक के रूप में भी कार्य किया।