महिला क्रिकेट में बीसीसीआई का ऐतिहासिक फैसला: मैच फीस में भारी वृद्धि
इस वर्ष भारत की महिला क्रिकेट ने एक नया अध्याय लिखा है, जब बीसीसीआई ने घरेलू महिला खिलाड़ियों की मैच फीस में अभूतपूर्व वृद्धि की घोषणा की। अब सीनियर महिला क्रिकेटरों को 50 हजार रुपये प्रतिदिन मिलेंगे, जो पहले की तुलना में दोगुने से अधिक है। इस निर्णय का उद्देश्य आर्थिक विषमताओं को समाप्त करना है। इसके साथ ही, अंडर-19 क्रिकेट के प्रदर्शन की समीक्षा भी की जाएगी। जानें इस महत्वपूर्ण फैसले के बारे में और अधिक जानकारी।
| Dec 23, 2025, 21:25 IST
महिला क्रिकेट के लिए एक नया अध्याय
भारत की महिला क्रिकेट के लिए यह वर्ष एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ है, और अब एक और सकारात्मक खबर सामने आई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने घरेलू महिला खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिससे लंबे समय से चली आ रही आर्थिक विषमताएं काफी हद तक समाप्त होती नजर आ रही हैं।
महिला वनडे वर्ल्ड कप की जीत के बाद का फैसला
नवंबर में भारत ने अपने घर में 2025 महिला वनडे वर्ल्ड कप जीतकर पहला विश्व खिताब अपने नाम किया था। इस उपलब्धि के बाद, बीसीसीआई ने महिला घरेलू क्रिकेटरों की मैच फीस में अभूतपूर्व वृद्धि का निर्णय लिया है। हालिया जानकारी के अनुसार, सीनियर महिला घरेलू क्रिकेट में खेलने वाली खिलाड़ियों की प्रति दिन मैच फीस को 20 हजार रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया है, जो पहले की तुलना में दोगुने से भी अधिक है।
नई फीस संरचना का विवरण
पहले, सीनियर महिला टूर्नामेंट में प्लेइंग इलेवन में शामिल खिलाड़ियों को 20 हजार रुपये प्रतिदिन और रिज़र्व खिलाड़ियों को 10 हजार रुपये मिलते थे। जूनियर महिला टूर्नामेंट में यह राशि और भी कम थी। औसतन, लीग स्टेज तक खेलने वाली सीनियर महिला खिलाड़ी को पूरे सीज़न में लगभग दो लाख रुपये ही मिलते थे।
नए वेतन ढांचे के अनुसार, सीनियर महिला टूर्नामेंट में प्लेइंग इलेवन की खिलाड़ियों को 50 हजार रुपये प्रतिदिन और रिज़र्व खिलाड़ियों को 25 हजार रुपये प्रतिदिन मिलेंगे। टी20 मुकाबलों में यह राशि क्रमशः 25 हजार और 12,500 रुपये निर्धारित की गई है। जूनियर महिला टूर्नामेंट में भी फीस बढ़ाकर प्लेइंग इलेवन के लिए 25 हजार और रिज़र्व के लिए 12,500 रुपये प्रतिदिन कर दी गई है। टी20 जूनियर मैचों में यह फीस 12,500 और 6,250 रुपये होगी।
बीसीसीआई की प्रतिक्रिया
बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने इस निर्णय पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बोर्ड ने घरेलू महिला क्रिकेटरों की मैच फीस को दोगुने से अधिक बढ़ाया है। उन्होंने यह भी बताया कि यह कदम पूर्व बीसीसीआई सचिव और वर्तमान आईसीसी चेयरमैन जय शाह की उस पहल को आगे बढ़ाने जैसा है, जिसके तहत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पुरुष और महिला खिलाड़ियों के बीच वेतन समानता लाई गई थी।
अंडर-19 क्रिकेट पर ध्यान
इस बीच, बोर्ड ने अंडर-19 क्रिकेट को लेकर भी चिंता व्यक्त की है। दुबई में खेले गए अंडर-19 एशिया कप फाइनल में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ 191 रन की हार का सामना करना पड़ा था। इसे गंभीरता से लेते हुए, बीसीसीआई अब टीम के प्रदर्शन की समीक्षा करने की योजना बना रहा है।
राजीव शुक्ला के अनुसार, इस हार के बाद बोर्ड एक मंथन सत्र आयोजित करेगा ताकि अंडर-19 क्रिकेट को और मजबूत किया जा सके। यह समीक्षा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि 2026 अंडर-19 वर्ल्ड कप जनवरी में ज़िम्बाब्वे और नामीबिया में खेला जाना है। इसके तहत टीम मैनेजर से रिपोर्ट मांगी जाएगी और कोचिंग स्टाफ के साथ विस्तृत चर्चा की जाएगी। साथ ही, फाइनल के दौरान खिलाड़ियों के आचरण को लेकर भी बोर्ड की चिंता सामने आई है, जिस पर आगे कदम उठाए जा सकते हैं।
