मध्य प्रदेश में 21 साल बाद फिर से शुरू होगी सरकारी बस सेवा
सरकारी बसों की वापसी

भोपाल| मध्य प्रदेश के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है। 21 वर्षों के अंतराल के बाद, राज्य में सरकारी बसें फिर से सड़कों पर चलेंगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा के विशेष सत्र में इस योजना की घोषणा की। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2026 से सार्वजनिक बस परिवहन सेवा का शुभारंभ होगा।
‘जनबस’ का आगाज
सरकार ने इन बसों का नाम ‘जनबस’ रखा है। 18 नवंबर को मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें 6,000 से अधिक रूटों को मंजूरी दी गई। अप्रैल से 25 जिलों में बसों का संचालन शुरू होगा, और 2027 तक सभी जिलों में यह सेवा उपलब्ध होगी।
बस सेवा का चरणबद्ध शुभारंभ
यह बस सेवा 7 चरणों में लागू की जाएगी। पहले चरण में इंदौर और उसके आस-पास के 50 किलोमीटर क्षेत्र में बसें चलेंगी। दूसरे चरण में इंदौर संभाग के सभी जिलों में बस सेवा का विस्तार होगा। इसके अलावा, भोपाल और उज्जैन के 50 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी शहरों और अंतर-शहरी रूटों पर भी बसें चलेंगी।
- पहले चरण में इंदौर के 50 किलोमीटर के दायरे में सभी रूट पर बसें चलेंगी।
- दूसरे चरण में इंदौर संभाग के सभी जिलों के साथ-साथ उज्जैन और भोपाल के 50 किलोमीटर के दायरे में आने वाले शहरी और अंतर-शहरी रूट।
- तीसरे चरण में उज्जैन संभाग के सभी जिले शामिल होंगे।
- चौथे चरण में सागर और जबलपुर संभाग के जिलों में सेवा शुरू होगी।
- पांचवे चरण में भोपाल-नर्मदापुरम संभाग के सभी जिले शामिल होंगे।
- इसके बाद रीवा और शहडोल संभाग के जिलों में सेवा का विस्तार होगा।
- सातवें चरण में ग्वालियर और चंबल संभाग के सभी जिलों में बस सेवा उपलब्ध होगी।
