भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में करारी हार का सामना

गुवाहाटी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत को एक ऐतिहासिक हार का सामना करना पड़ा, जिससे उन्हें घरेलू टेस्ट सीरीज़ में सफ़ाया झेलना पड़ा। टेम्बा बावुमा की टीम ने 408 रनों से जीत दर्ज की, जो भारत की सबसे बड़ी हार है। इस हार के पीछे कई कारण हैं, जैसे कप्तान शुभमन गिल की अनुपस्थिति और सीनियर खिलाड़ियों का कमजोर प्रदर्शन। जानिए इस मैच के महत्वपूर्ण क्षण और इसके प्रभाव के बारे में।
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भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में करारी हार का सामना

गुवाहाटी में मिली हार

गुवाहाटी में बुधवार को दक्षिण अफ्रीका के हाथों भारत को एक बड़ी हार का सामना करना पड़ा, जिससे घरेलू टेस्ट सीरीज़ में उन्हें कई वर्षों में दूसरी बार सफ़ाया झेलना पड़ा। टेम्बा बावुमा की विश्व टेस्ट चैंपियन टीम ने भारत को 408 रनों से हराकर 25 सालों में भारत में अपनी पहली सीरीज़ जीत हासिल की। चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका ने भारत के सामने 549 रनों का विशाल लक्ष्य रखा, और अंतिम पारी में भारत को 140 रनों पर आउट कर दिया। पांचवें दिन उन्हें शानदार जीत के लिए एक सत्र से अधिक की आवश्यकता नहीं पड़ी।


भारत की हार का अंतर

भारत की हार का अंतर 408 रनों का है, जो कि रनों के लिहाज से उनकी सबसे बड़ी हार है। यह तीसरी बार है जब किसी टीम ने भारत को टेस्ट सीरीज़ में वाइटवॉश किया है, और 40 वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ है कि भारत लगातार दो सालों में घरेलू सीरीज़ हारा है। ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर ने इस मैच में छह विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बनकर उभरे। उन्होंने 8 की औसत से 17 विकेट लिए, जिसमें गुवाहाटी में सात विकेट शामिल हैं।


भारत की पारी और दक्षिण अफ्रीका की सफलता

भारत के सामने 549 रनों का लक्ष्य असंभव था, और उनकी पूरी टीम अंतिम दिन 140 रनों पर आउट हो गई। दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 489 रन बनाए, जबकि भारतीय टीम 201 रनों पर आउट हो गई। दक्षिण अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी में 260 रन बनाकर समाप्त की। भारत की ओर से रविंद्र जडेजा ने 54 रन बनाकर कुछ संघर्ष किया। हार्मर ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 37 रन देकर छह विकेट लिए। एडेन मार्क्रम ने नौ कैच लेकर एक टेस्ट मैच में सर्वाधिक कैच का रिकॉर्ड बनाया।


कप्तान की कमी और कोच पर दबाव

भारत को कप्तान शुभमन गिल की कमी महसूस हुई, जो गर्दन की चोट के कारण दूसरे टेस्ट से बाहर हो गए थे। कार्यवाहक कप्तान ऋषभ पंत और केएल राहुल जैसे सीनियर खिलाड़ियों ने भी प्रदर्शन में कमी दिखाई। गौतम गंभीर पर दबाव बढ़ गया है, जो अब दो घरेलू टेस्ट सीरीज़ में क्लीन स्वीप करने वाले पहले भारतीय कोच बन गए हैं। पिछले साल न्यूजीलैंड ने भारत को 3-0 से हराया था, और गंभीर ने इंग्लैंड में 2-2 से ड्रॉ खेलकर कुछ सम्मान लौटाया था। लेकिन दक्षिण अफ्रीका से मिली हार उनके कोचिंग कार्यकाल के लिए चुनौतियाँ पैदा कर सकती है।