बीसीसीआई की सैलरी संकट: आईपीएल के बावजूद कर्मचारियों को नहीं मिल रही भुगतान

बीसीसीआई की वित्तीय स्थिति पर सवाल
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) क्रिकेट की दुनिया का सबसे धनी संगठन है। आईपीएल से होने वाली अरबों रुपये की आय के बावजूद, बीसीसीआई को अपने कर्मचारियों को सैलरी देने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति ने बोर्ड को वैश्विक स्तर पर शर्मिंदगी का सामना कराया है। आइए, इस मामले की गहराई में जाकर जानकारी प्राप्त करते हैं।
बकाया भुगतान की समस्या
बीसीसीआई ने आईपीएल 2025 में काम कर चुके अपने स्टाफ के बकाया भुगतान को अब तक पूरा नहीं किया है। रिपोर्टों के अनुसार, जनवरी से मीडिया, ऑपरेशंस और फाइनेंस विभाग के कर्मचारियों को सैलरी और भत्ते नहीं मिले हैं।
हाल ही में आयोजित बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई और एक नई भुगतान नीति बनाने का निर्णय लिया गया है। इस नीति के तहत सभी कर्मचारियों को जल्द ही भुगतान मिलने की उम्मीद है।
नई नीति में बदलाव
बीसीसीआई ने अपने कर्मचारियों के भत्तों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। पहले, कम समय की यात्रा पर कर्मचारियों को 15,000 रुपये प्रतिदिन और लंबी अवधि की यात्रा पर 10,000 रुपये प्रतिदिन का भत्ता मिलता था। यह नीति IPL, WPL और ICC इवेंट्स के लिए लागू होती थी।
अब, सभी प्रकार की यात्राओं के लिए 10,000 रुपये प्रतिदिन का एक समान भत्ता निर्धारित किया गया है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा है कि नई नीति के लागू होने के बाद बकाया भुगतान जल्द ही किया जाएगा।
विदेश यात्रा पर नए भत्ते
नए नियमों के अनुसार, विदेश यात्रा पर बीसीसीआई के कर्मचारियों को 300 अमेरिकी डॉलर प्रतिदिन का भत्ता मिलेगा। यह व्यवस्था भारत और इंग्लैंड के बीच 20 जून से शुरू होने वाली सीरीज़ के साथ लागू होगी।
बोर्ड के शीर्ष अधिकारियों, जैसे अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव को विदेश दौरों पर प्रतिदिन 1000 डॉलर का भत्ता मिलता रहेगा। इसके अलावा, भारत में एक दिन की मीटिंग के लिए 40,000 रुपये और मल्टी-डे डोमेस्टिक ट्रिप पर 30,000 रुपये प्रतिदिन का भुगतान किया जाएगा।