पृथ्वी शॉ का रणजी में दुर्भाग्य: 400 रन से चूके

पृथ्वी शॉ, जो भारतीय क्रिकेट में एक उभरता हुआ सितारा हैं, ने रणजी ट्रॉफी में एक शानदार पारी खेली लेकिन 400 रन बनाने से चूक गए। उनके क्रिकेट करियर की अनिश्चितताओं और पिछले प्रदर्शन पर चर्चा करते हुए, यह लेख उनके संघर्ष और उपलब्धियों को उजागर करता है। जानें कैसे उन्होंने अपने करियर में उतार-चढ़ाव का सामना किया और क्या भविष्य में उनकी वापसी संभव है।
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पृथ्वी शॉ का रणजी में दुर्भाग्य: 400 रन से चूके

पृथ्वी शॉ का क्रिकेट सफर

पृथ्वी शॉ का रणजी में दुर्भाग्य: 400 रन से चूके

क्रिकेट में अनिश्चितता का कोई ठिकाना नहीं होता। कई खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो शुरुआत में शानदार प्रदर्शन करते हैं, लेकिन बाद में अचानक गायब हो जाते हैं। भारतीय क्रिकेट में पृथ्वी शॉ एक ऐसा ही नाम हैं। उन्होंने कम उम्र में ही प्रसिद्धि हासिल की, लेकिन दुर्भाग्य ने उन्हें जल्दी ही टीम से बाहर कर दिया।


रणजी ट्रॉफी में 400 रन से चूकना

पृथ्वी शॉ का दुर्भाग्य

पृथ्वी शॉ का दुर्भाग्य रणजी ट्रॉफी में भी उनके साथ रहा। एक मैच में वह 400 रनों के करीब पहुंच गए थे, लेकिन कुछ ही रन पर आउट हो गए।

पृथ्वी शॉ का रणजी में दुर्भाग्य: 400 रन से चूके

एक समय था जब पृथ्वी शॉ की तुलना सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग से की जाती थी। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में 379 रनों की पारी खेली थी, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब मिला था। लेकिन वह 400 रन बनाने से महज 21 रन दूर रह गए। इस पारी में उन्होंने 49 चौके और 4 छक्के लगाए।


मैच का हाल

मैच का विवरण

यह मैच मुंबई और असम के बीच 2023 में खेला गया था। असम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया। मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट पर 687 रन बनाए। असम की टीम 370 रनों पर आउट हो गई और फॉलो ऑन के बाद भी 189 रनों पर ढेर हो गई। अंत में मुंबई ने 128 रनों से जीत हासिल की।


पृथ्वी शॉ का अंतरराष्ट्रीय करियर

पृथ्वी शॉ का इंटरनेशनल क्रिकेट करियर

पृथ्वी शॉ ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर केवल 12 मैच खेले हैं, जिनमें 5 टेस्ट, 6 वनडे और 1 टी20 शामिल हैं। उन्होंने कुल 528 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं। उनका डेब्यू 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ हुआ था और आखिरी मैच 2021 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। तब से वह टीम से बाहर हैं और वापसी के लिए मेहनत कर रहे हैं।