पूर्व भारतीय कोच भरत अरुण बने श्रीलंकाई टीम के नए कोच, एशिया कप से पहले महत्वपूर्ण बदलाव

एशिया कप 2025 की तैयारी

एशिया कप 2025 का आयोजन सितंबर में होने वाला है, जिसकी मेज़बानी बीसीसीआई द्वारा की जाएगी। इस टूर्नामेंट के लिए बीसीसीआई ने तैयारियों को शुरू कर दिया है और सूत्रों के अनुसार, खिलाड़ियों की शॉर्टलिस्टिंग भी की जा रही है। बताया जा रहा है कि अगस्त के अंत में टीम का ऐलान किया जाएगा।
श्रीलंका के साथ जुड़ने वाला दिग्गज
हालांकि, एशिया कप 2025 से पहले भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ा झटका आया है। भारतीय क्रिकेट के एक प्रमुख खिलाड़ी ने श्रीलंका के साथ जुड़ने का निर्णय लिया है और अब वह श्रीलंकाई खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करते हुए नजर आएंगे।
Asia Cup 2025 के पहले श्रीलंका से जुड़ा यह दिग्गज

एशिया कप 2025 से पहले यह जानकारी सामने आई है कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच ने श्रीलंका के साथ जुड़ने का निर्णय लिया है। जब बीसीसीआई ने रवि शास्त्री को भारतीय टीम का मुख्य कोच बनाया था, तब इन्हें गेंदबाजी कोच के रूप में नियुक्त किया गया था। ये 2017 से 2019 के बीच भारतीय टीम के साथ जुड़े रहे हैं। अब ये श्रीलंकाई खिलाड़ियों को गेंदबाजी के नए तकनीक सिखाएंगे।
खिलाड़ियों को 14 दिनों तक देंगे प्रशिक्षण
Former India bowling coach Bharat Arun to conduct a 14-day specialised training programme. The programme is aimed at further enhancing the standards of Sri Lankan fast bowlers across junior and senior squads of the High Performance Center. @sportstarweb
— Shayan Acharya (@ShayanAcharya) May 30, 2025
पूर्व भारतीय गेंदबाजी कोच भारत अरुण ने श्रीलंका में 14 दिनों का गेंदबाजी कैंप आयोजित करने की योजना बनाई है। इस दौरान, वे श्रीलंका के पुरुष और महिला खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करेंगे और उन्हें तेज गेंदबाजी के तकनीक सिखाएंगे। इसके साथ ही, वे श्रीलंकाई कोचों के साथ भी काम करेंगे।
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने भरत अरुण से अनुरोध किया था कि वे युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करें। भरत अरुण ने इस निमंत्रण को स्वीकार किया है और अब वे दो हफ्तों तक सभी को प्रशिक्षण देंगे।
श्रीलंकाई बोर्ड का निमंत्रण
इस वजह से श्रीलंकाई बोर्ड ने दिया न्यौता
हाल के समय में श्रीलंकाई तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन काफी औसत रहा है। पहले इस टीम में चमिंडा वास, लसिथ मलिंगा, नुवान कुलशेखरा जैसे प्रभावशाली गेंदबाज थे, लेकिन अब टीम में ऐसा कोई गेंदबाज नहीं है। इसी कारण श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड अपने तेज गेंदबाजों को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहा है।
यह भी ध्यान देने योग्य है कि केवल श्रीलंकाई टीम ही नहीं, बल्कि कुछ समय पहले सौराष्ट्र क्रिकेट संघ की सिफारिश पर MRF पेस फाउंडेशन के प्रमुख ग्लेन मैग्राथ ने भी सौराष्ट्र के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया था।