पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की घटना से यात्रियों में हड़कंप

लखनऊ से मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में आग लगने की घटना ने यात्रियों में हड़कंप मचा दिया। भादली स्टेशन के पास हुई इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। तकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि आग लगने की सूचना पूरी तरह सही नहीं है। जानें इस घटना के पीछे के कारण और रेलवे की प्रतिक्रिया के बारे में।
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पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की घटना

लखनऊ से मुंबई की ओर जा रही पुष्पक एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में अचानक धुआं उठने लगा, जिससे आग लगने की सूचना फैल गई। यह घटना भुसावल और जलगांव के बीच भादली स्टेशन के पास हुई। इस घटना के बाद यात्रियों में दहशत और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। सूत्रों के अनुसार, नए कोचों में लोहे के बजाय फाइबर ब्रेक लाइनर का उपयोग किया जा रहा है, जिसके कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं.


विशेषज्ञों की राय

तकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि इसे आग लगना कहना पूरी तरह से सही नहीं है। आज की घटना के दौरान ट्रेन को लगभग 20 से 30 मिनट तक रोका गया ताकि जांच और आग बुझाने की प्रक्रिया की जा सके। स्थिति सामान्य होने के बाद ट्रेन को नासिक की ओर रवाना कर दिया गया।


आग लगने की घटनाओं में वृद्धि

कुछ महीने पहले जलगांव के पचोरा तहसील में भी इसी तरह की एक घटना हुई थी, जिसमें एक सुपरफास्ट ट्रेन की चपेट में आने से लगभग 11 लोगों की जान चली गई थी। रेलवे प्रशासन ने आज की घटना की जांच शुरू कर दी है, और आग के कारणों का पता जांच के बाद ही चलेगा.


ट्रेनों पर प्रभाव

इस तकनीकी रुकावट के कारण ट्रेन संख्या 12172, 22137 और 12108 निर्धारित समय से लेट हुईं। रेलवे प्रशासन ने स्पष्ट किया कि पूरी घटना के दौरान यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि रही और किसी भी हताहत की खबर नहीं है.


NCRB डेटा में वृद्धि

भारत में पिछले कुछ वर्षों में रेल हादसों की संख्या में वृद्धि हुई है। NCRB की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 2022 की तुलना में 2023 में रेल दुर्घटनाओं में 6.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2023 में कुल 24,678 दुर्घटनाएं हुईं, जबकि 2022 में यह संख्या 23,139 थी.


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