पीयूष चावला ने क्रिकेट से लिया संन्यास, दो दशकों का सफर समाप्त

भारतीय क्रिकेट के दिग्गज स्पिनर पीयूष चावला ने अपने क्रिकेट करियर से संन्यास लेने की घोषणा की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी दी, जिसमें उन्होंने अपने दो दशकों के सफर को याद किया। चावला ने भारत के लिए कई महत्वपूर्ण मैच खेले हैं, जिसमें 2007 और 2011 के विश्व कप शामिल हैं। उनके संन्यास के पीछे की भावनाएं और उनके द्वारा किए गए योगदान को जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
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पीयूष चावला ने क्रिकेट से लिया संन्यास, दो दशकों का सफर समाप्त

पीयूष चावला का संन्यास

भारतीय क्रिकेट के प्रमुख स्पिनर पीयूष चावला ने सभी प्रारूपों से क्रिकेट को अलविदा कहने का निर्णय लिया है। 36 वर्षीय चावला ने शुक्रवार, 6 जून को इस बात की घोषणा की। वह 2011 के वनडे विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा थे।


सोशल मीडिया पर संन्यास की घोषणा

चावला ने अपने संन्यास की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की। उन्होंने कहा कि दो दशकों से अधिक समय तक मैदान पर बिताने के बाद, अब खेल को छोड़ने का सही समय आ गया है।


पीयूष चावला के शब्द

अपने पोस्ट में चावला ने लिखा, "मैदान पर बिताए गए दो दशकों के बाद, अब इस अद्भुत खेल को अलविदा कहने का समय आ गया है।" उन्होंने आगे कहा, "भारत का प्रतिनिधित्व करना और 2007 और 2011 के विश्व कप में भाग लेना मेरे लिए एक आशीर्वाद रहा है। ये यादें हमेशा मेरे दिल में रहेंगी।"


धन्यवाद का संदेश

चावला ने अपने संन्यास के नोट में आईपीएल की फ्रेंचाइजी पंजाब किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस का आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही उन्होंने अपने कोच और बीसीसीआई तथा उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन का भी धन्यवाद किया।


सभी प्रारूपों से विदाई

चावला ने कहा, "आज मेरे लिए एक भावुक दिन है क्योंकि मैं आधिकारिक तौर पर अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट के सभी प्रारूपों को अलविदा कह रहा हूं।"


पीयूष चावला का अंतर्राष्ट्रीय करियर

पीयूष चावला ने 2006 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था और उनका अंतिम मैच 2012 में हुआ। उन्होंने भारत के लिए 3 टेस्ट, 25 वनडे और 7 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले। टेस्ट में उन्होंने 6 पारियों में 7 विकेट लिए, जबकि वनडे में 25 पारियों में 32 विकेट और टी20 में 7 पारियों में 4 विकेट अपने नाम किए।