पत्तेदार सब्जियों के सेवन से बढ़ा स्वास्थ्य जोखिम, 14 वर्षीय बच्ची की मौत

हाल ही में श्री गंगानगर में एक 14 वर्षीय बच्ची की पत्तागोभी खाने से मौत ने पत्तेदार सब्जियों के स्वास्थ्य जोखिमों को उजागर किया है। कीटनाशकों के दुष्प्रभावों और उनकी संभावित स्वास्थ्य समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए, यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हम अपनी सब्जियों के सेवन के तरीके को बदलने की आवश्यकता है। जानें कौन सी सब्जियां सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और उनसे बचने के उपाय क्या हैं।
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पत्तेदार सब्जियों के सेवन से बढ़ा स्वास्थ्य जोखिम, 14 वर्षीय बच्ची की मौत

पत्तेदार सब्जियों का स्वास्थ्य पर प्रभाव


पत्तेदार सब्जियों को आमतौर पर स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है, लेकिन कीटों से सुरक्षा के लिए उपयोग किए जाने वाले कीटनाशक इन्हें खतरनाक बना सकते हैं। हाल ही में, श्री गंगानगर जिले में एक 14 वर्षीय बच्ची की मौत की घटना ने इस मुद्दे को उजागर किया है।


रिपोर्टों के अनुसार, बच्ची ने अपने खेत में उगाई गई पत्तागोभी खाई थी, जिस पर कीटनाशक का छिड़काव किया गया था। उसे 18 दिसंबर को तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 24 दिसंबर को इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। यह घटना कच्ची सब्जियों के सेवन पर सवाल उठाती है।


कीटनाशकों के दुष्प्रभाव

कीटनाशकों के सामान्य दुष्प्रभावों में पाचन संबंधी समस्याएं जैसे मतली, उल्टी, पेट में ऐंठन और दस्त शामिल हैं। इसके अलावा, इन रसायनों के संपर्क में आने से त्वचा और आंखों में जलन, एलर्जी, चकत्ते, लालिमा और खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक संपर्क में रहने से ल्यूकेमिया और लिम्फोमा जैसे कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है।


खतरनाक सब्जियां

हाल ही में पर्यावरण कार्य समूह (EWG) ने "डर्टी डोजेन" नामक रिपोर्ट जारी की, जिसमें उन फलों और सब्जियों का उल्लेख किया गया है जो कीटनाशक अवशेषों से अत्यधिक दूषित हैं।


पालक: पालक पर ऑर्गेनोफॉस्फेट जैसे कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है, जो समय के साथ तंत्रिका संबंधी समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं।


केल: केल में उच्च स्तर के कीटनाशक अवशेष होते हैं, जो पाचन संबंधी समस्याएं और अन्य स्वास्थ्य प्रभाव पैदा कर सकते हैं।


टमाटर: टमाटर को कीटों और बीमारियों से बचाने के लिए कीटनाशकों से उपचारित किया जाता है, जिससे स्वास्थ्य पर संभावित खतरा बढ़ता है।


अजवाइन: अजवाइन में कीटनाशकों के अवशेष उच्च स्तर पर होते हैं, जो हार्मोनल असंतुलन जैसी समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं।


कोलार्ड ग्रीन्स: कोलार्ड ग्रीन्स पर भी कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है, जो नियमित सेवन पर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकते हैं।


सुरक्षा के उपाय

पेस्टिसाइड्स से प्रभावित सब्जियों के दुष्प्रभावों से बचने के लिए, इन्हें अच्छी तरह से धोना और पकाना आवश्यक है। ऐसा करने से कीटनाशकों का प्रभाव समाप्त हो जाता है।