दुलीप ट्रॉफी 2025: शार्दुल ठाकुर को कप्तान बनाने के पीछे की वजहें

दुलीप ट्रॉफी 2025 का आगाज 28 अगस्त को बेंगलुरु में होने जा रहा है। इस बार, पश्चिम क्षेत्र की टीम का नेतृत्व शार्दुल ठाकुर करेंगे, जबकि श्रेयस अय्यर को कप्तान नहीं बनाया गया है। चयनकर्ताओं ने अय्यर की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया। जानें इस बदलाव के पीछे की पूरी कहानी और अय्यर की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में संभावनाएं।
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दुलीप ट्रॉफी 2025: शार्दुल ठाकुर को कप्तान बनाने के पीछे की वजहें

दुलीप ट्रॉफी की शुरुआत

भारत का घरेलू क्रिकेट कैलेंडर दुलीप ट्रॉफी के साथ शुरू होने जा रहा है, जो 28 अगस्त को बेंगलुरु में आयोजित होगी। इस बार, यह टूर्नामेंट अपने पारंपरिक क्षेत्रीय दृष्टिकोण पर लौट रहा है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों की टीमें भाग लेंगी।


पश्चिम क्षेत्र की मजबूत टीम

पश्चिम क्षेत्र ने टूर्नामेंट से पहले एक मजबूत टीम का ऐलान किया है, जिसका नेतृत्व तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर कर रहे हैं। इस टीम में यशस्वी जायसवाल, श्रेयस अय्यर, सरफराज खान और रुतुराज गायकवाड़ जैसे बड़े नाम शामिल हैं। हालांकि, अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा को इस बार टीम में नहीं रखा गया है, जो टीम की रणनीति में बदलाव को दर्शाता है।


श्रेयस अय्यर को कप्तानी क्यों नहीं मिली?

एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय यह है कि श्रेयस अय्यर को कप्तान बनाने के बजाय शार्दुल ठाकुर को क्यों चुना गया। अय्यर के अनुभव और प्रतिष्ठा के कारण, अधिकांश लोगों ने सोचा था कि वह टीम का नेतृत्व करेंगे। लेकिन, चयनकर्ताओं ने यह निर्णय लिया कि एशिया कप के कारण अय्यर की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं है। इसलिए, शार्दुल ठाकुर को कप्तान बनाया गया है, जो पूरे टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध रह सकते हैं।


अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की ओर ध्यान

दिलचस्प बात यह है कि टीम की घोषणा से एक दिन पहले, श्रेयस अय्यर, सरफराज खान और शिवम दुबे ने दुलीप ट्रॉफी में खेलने की इच्छा जताई थी। अय्यर, जिन्होंने फरवरी 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेला था, टेस्ट टीम में अपनी जगह पाने के लिए उत्सुक हैं। वर्तमान में, पश्चिम क्षेत्र का नेतृत्व शार्दुल ठाकुर करेंगे, जबकि अय्यर का ध्यान जल्द ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की ओर मुड़ सकता है।