टीम इंडिया का आईसीसी महिला विश्व कप में ऐतिहासिक मुकाबला
महिला विश्व कप में भारत की तैयारी
हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला क्रिकेट टीम आठ साल बाद आईसीसी महिला विश्व कप के तीसरे मुकाबले के लिए तैयार है। दो बार की उपविजेता टीम ने हाल के वर्षों में अपने खेल में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। क्रिकेट प्रेमियों को रविवार को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक नई विश्व चैंपियन देखने का मौका मिलेगा, जो पहली बार फाइनल में पहुंची है। इस मैदान पर भारत के लिए कुछ यादगार पल रहे हैं, जैसे कि जेमिमा रोड्रिग्स की शानदार पारी और हरमनप्रीत कौर का बेहतरीन प्रदर्शन, जिसने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 339 रनों का लक्ष्य हासिल किया था।
मंधना और प्रतीका की जोड़ी
स्मृति मंधाना और प्रतीका रावल की जोड़ी ने इस टूर्नामेंट में महिला टीम के लिए एक नई पहचान बनाई है। मंधाना ने आठ पारियों में 102 से अधिक के स्ट्राइक रेट और 55.57 की औसत से 389 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और दो अर्द्धशतक शामिल हैं। उन्होंने एक कैलेंडर वर्ष में एकदिवसीय मैचों में किसी महिला बल्लेबाज़ द्वारा सबसे ज़्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी बनाया है। रावल ने भी छह पारियों में 51.33 की औसत से 308 रन बनाकर अपनी भूमिका निभाई है।
मध्यक्रम का प्रदर्शन
महिला टीम ने वर्षों से अपने शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों पर निर्भरता दिखाई है, लेकिन इस बार मध्यक्रम ने महत्वपूर्ण मौकों पर टीम को उबारा है। भारत के चार से सात बल्लेबाजों ने इस टूर्नामेंट में 26.73 का औसत बनाया है, जो ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के बाद तीसरा सबसे अच्छा है। इस बार, मध्यक्रम के बल्लेबाजों का स्ट्राइक रेट 92.20 तक बढ़ गया है, जो इस टूर्नामेंट में सभी टीमों में दूसरा सबसे अधिक है।
स्पिन आक्रमण की ताकत
दीप्ति शर्मा ने इस टूर्नामेंट में 24.11 की औसत से 17 विकेट लेकर सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज़ों में से एक बन गई हैं। भारतीय स्पिनरों ने 28.20 की औसत से 43 विकेट लिए हैं, जो सभी टीमों में सबसे अधिक है। युवा स्पिनर श्री चरणी ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है, जिसमें उन्होंने आठ मैचों में 26.07 की औसत से 13 विकेट लिए हैं।
