झांसी की लंबी बास्केटबॉल खिलाड़ी पूनम चतुर्वेदी की कहानी

पूनम चतुर्वेदी, झांसी की एक अद्वितीय बास्केटबॉल खिलाड़ी, अपनी सात फीट की लंबाई के कारण चर्चा का विषय बनी हुई हैं। कानपुर से ताल्लुक रखने वाली पूनम ने 2009 में खेलना शुरू किया और अब वे ईस्टर्न रेलवे की टीम का हिस्सा हैं। उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया है। जानें उनकी यात्रा, चुनौतियाँ और सफलता की कहानी।
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पूनम चतुर्वेदी का अद्वितीय सफर

झांसी की लंबी बास्केटबॉल खिलाड़ी पूनम चतुर्वेदी की कहानी


झांसी: उत्तर प्रदेश के कानपुर से ताल्लुक रखने वाली बास्केटबॉल खिलाड़ी पूनम चतुर्वेदी हाल ही में अपने भाई से मिलने झांसी आईं, जहां उनकी लंबाई ने सभी का ध्यान खींचा। पूनम चतुर्वेदी ईस्टर्न रेलवे के लिए खेलती हैं और राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतियोगिताओं में भाग ले चुकी हैं। झांसी में जब भी उन्हें देखा गया, लोग उनकी ऊंचाई को देखकर हैरान रह गए।


28 वर्षीय पूनम की लंबाई सात फीट है और वे वर्तमान में कोलकाता की ईस्टर्न रेलवे टीम का हिस्सा हैं। उन्होंने 2009 में खेलना शुरू किया। लंबाई के फायदे और नुकसान के बारे में पूनम का कहना है कि जहां एक ओर यह उनके लिए फायदेमंद है, वहीं कपड़े और सूट ढूंढना मुश्किल होता है। यात्रा के दौरान ट्रेन में सिर टकराने की समस्या भी होती है।


पूनम ने कानपुर से बीए की पढ़ाई की है। खेल में रुचि के बारे में उन्होंने बताया कि जब वे छोटी थीं, तब उनके पिता के दोस्त ने उन्हें सलाह दी कि उनकी लंबाई अच्छी है, इसलिए उन्हें किसी खेल में शामिल होना चाहिए। इसके बाद उनके पिता ने उन्हें ग्रीन पार्क ले जाकर बास्केटबॉल खेलने की शुरुआत करवाई। पूनम ने भारत के बाहर चीन, मलेशिया, बैंकॉक और ताइवान में भी कई खेल प्रतियोगिताओं में भाग लिया है। झांसी रेलवे स्टेशन पर जब पूनम पहुंचीं, तो वहां भी उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई।