घी और मक्खन: कौन सा है सेहत के लिए बेहतर विकल्प?

घी और मक्खन का परिचय
हम में से कई लोग अपने दैनिक आहार में घी का उपयोग करते हैं। चिकित्सकों के अनुसार, रोजाना एक चम्मच घी का सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। वहीं, कुछ लोग मक्खन को पसंद करते हैं और उनका मानना है कि यह घी से अधिक फायदेमंद है। दोनों ही खाद्य पदार्थ वसा और चिकनाई प्रदान करते हैं, लेकिन घी, मक्खन को संसाधित करके बनाया जाता है.
घी का महत्व
घी को स्वच्छ मक्खन का एक रूप माना जाता है और यह भारत के हर घर में आमतौर पर उपयोग किया जाता है। इसे मिठाइयों, हल्वे और अन्य व्यंजनों में प्रमुखता से इस्तेमाल किया जाता है। भारत में घी को स्वास्थ्यवर्धक और पौष्टिक माना जाता है, जो गाय या भैंस के दूध से तैयार किया जाता है.
मक्खन का उपयोग
घी और मक्खन दोनों के पोषण संबंधी गुण समान माने जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में ये भिन्न होते हैं। घी का उपयोग दाल, करी और मिठाइयों में किया जाता है, जबकि मक्खन का प्रयोग सब्जियों को तलने, मांस पकाने और विभिन्न सॉस बनाने में किया जाता है.
स्टोरेज और पोषण
घी को कमरे के तापमान पर 2-3 महीनों तक रखा जा सकता है, जबकि मक्खन को फ्रिज में रखना आवश्यक होता है। घी में 60% सैचुरेटेड फैट होता है और प्रति 100 ग्राम में 900 कैलोरी होती है। दूसरी ओर, मक्खन में 3 ग्राम ट्रांस फैट और 51% सैचुरेटेड फैट होता है, जिसमें प्रति 100 ग्राम 717 कैलोरी होती है.
लैक्टोज और प्रोटीन
घी में लैक्टोज शुगर और प्रोटीन केसीन की मात्रा कम होती है, जबकि मक्खन में ये दोनों तत्व मौजूद होते हैं। इसलिए, एलर्जी वाले व्यक्तियों के लिए घी एक बेहतर विकल्प हो सकता है.