गौर चौक अंडरपास का निर्माण: यातायात में जल्द मिलेगी राहत

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गौर चौक पर अंडरपास का निर्माण तेजी से चल रहा है, जिससे यातायात जाम में कमी आने की उम्मीद है। इस परियोजना का उद्देश्य गौर चौक पर ट्रैफिक की समस्या को हल करना है और इसे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से जोड़ना है। अंडरपास का निर्माण 92 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है और इसके पूरा होने में लगभग छह महीने का समय लगेगा। जानें इस महत्वपूर्ण विकास के बारे में और क्या-क्या बदलाव होंगे।
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गौर चौक अंडरपास का निर्माण: यातायात में जल्द मिलेगी राहत

गौर चौक अंडरपास का अद्यतन

ग्रेटर नोएडा वेस्ट के यात्रियों को जल्द ही ट्रैफिक जाम से राहत मिलने की उम्मीद है, क्योंकि गौर चौक पर एक अंडरपास का निर्माण चल रहा है। अंडरपास की छत का काम पूरा हो चुका है और इसे जल्द ही वाहनों के लिए खोला जाएगा। गौर चौक पर बने गोल चक्कर को तोड़ने के बाद, नोएडा से ग्रेटर नोएडा के एक मूर्ति की ओर जाने वाले वाहन सीधे गुजर सकेंगे। इससे गौर चौक पर ट्रैफिक जाम में कुछ कमी आएगी। हालांकि, ताज हाईवे पर चलने वाले ड्राइवरों को गौर चौराहे से पहले बाएं मुड़ना होगा और फिर यू-टर्न लेना होगा।


गौर चौक अंडरपास का निर्माण छह महीने में पूरा होगा

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लाखों लोग गौर चौक, जिसे चार मूर्ति चौक भी कहा जाता है, पर जाम की समस्या का सामना कर रहे हैं। सुबह और शाम के समय, वाहनों की कई किलोमीटर लंबी कतारें देखी जाती हैं, जो यात्रियों के यात्रा अनुभव को प्रभावित करती हैं और उनके समय की बर्बादी करती हैं। यात्रियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, यहां एक अंडरपास का निर्माण किया जा रहा है।


92 करोड़ की लागत से निर्माण

गौर चौक पर बन रहे अंडरपास का मुख्य उद्देश्य ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान करना है। यह ग्रेटर नोएडा को सीधे गौर सिटी और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से जोड़ने का भी लक्ष्य रखता है। इसके लिए गौर चौक को बायपास करने की योजना बनाई जा रही है, जिससे चौराहे पर ट्रैफिक का बोझ काफी कम होगा।


इस परियोजना की लागत लगभग 92 करोड़ रुपये है। इस क्षेत्र में नोएडा, सूरजपुर, क्रॉसिंग्स रिपब्लिक और डीएमई सहित कई मार्गों से ट्रैफिक का दबाव बढ़ रहा है। पुनर्विकास योजना के तहत, गौर चौक पर मौजूदा गोल चक्कर का आकार कम किया जाएगा और चौराहे के केंद्र में चार प्रतिष्ठित मूर्तियों को फिर से स्थापित किया जाएगा।