ओवल टेस्ट के दौरान 26 वर्षीय विकेटकीपर का अचानक संन्यास

ओवल टेस्ट में खेल जगत के लिए बुरी खबर

ओवल टेस्ट: भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट श्रृंखला का अंतिम मैच लंदन के ओवल में हो रहा है। यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण है। पहले पारी में दोनों टीमों ने कम स्कोर बनाए, भारत ने 224 रन और इंग्लैंड ने 247 रन बनाए। दूसरी पारी में भारत ने 2 विकेट पर 75 रन बना लिए हैं।
इस ओवल टेस्ट के दौरान क्रिकेट जगत से एक दुखद समाचार आया है। एक चोटिल खिलाड़ी ने केवल 26 वर्ष की आयु में अपने संन्यास की घोषणा की है। यह निर्णय क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ा झटका है। आइए जानते हैं कि वह खिलाड़ी कौन है और उन्होंने ऐसा निर्णय क्यों लिया।
26 वर्षीय हैरी स्विंडेल्स का संन्यास
ओवल टेस्ट के बीच 26 साल के खिलाड़ी ने किया संन्यास का ऐलान
यह खिलाड़ी हैरी स्विंडेल्स हैं, जो लीस्टेशायर के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते थे। उन्होंने महज 26 साल की उम्र में सभी प्रारूपों से अलविदा कह दिया है। हैरी लंबे समय से उंगली की चोट से जूझ रहे थे, जिसके कारण उन्होंने यह निर्णय लिया। वह पिछले साल से ही चोटिल थे।
हैरी को पिछले साल विकेटकीपिंग के दौरान कई चोटें आई थीं, जिससे वह क्रिकेट से दूर हो गए थे। इन चोटों का उनके करियर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा, जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें सलाह दी कि उन्हें अपने पेशेवर क्रिकेट करियर को समाप्त कर देना चाहिए।
भावुक हैरी स्विंडेल्स का बयान
संन्यास के बाद भावुक दिखे हैरी स्विंडेल्स
हैरी स्विंडेल्स ने अपने संन्यास के बाद भावुकता से कहा कि लीस्टेशायर क्रिकेट क्लब का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया जिन्होंने उनके सफर में मदद की। उन्होंने कहा, "मैंने अपने सपने पूरे किए और कई प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के साथ खेलने का अनुभव मुझे हमेशा याद रहेगा।"
उन्होंने आगे कहा, "एक खिलाड़ी के रूप में, मुझे इस जर्सी का महत्व समझ में आता है। मैंने हर मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की और मुझे उम्मीद है कि मैं इस पर गर्व कर पाऊंगा।" उन्होंने लीस्टेशायर क्रिकेट क्लब और प्रोफेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन के सभी सदस्यों का धन्यवाद किया जिन्होंने उनका समर्थन किया।
हैरी स्विंडेल्स का क्रिकेट करियर
कुछ ऐसा रहा है हैरी का क्रिकेट करियर
26 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज हैरी स्विंडेल्स को इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए डेब्यू का मौका नहीं मिला। उन्होंने केवल घरेलू क्रिकेट में 43 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 1629 रन बनाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 171 रन रहा है। इसके अलावा, उन्होंने 23 लिस्ट ए मैचों में 567 रन और 36 टी20 मैचों में 521 रन बनाए हैं।