ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर बिल पाँन्सफोर्ड का अद्भुत रिकॉर्ड

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर बिल पाँन्सफोर्ड ने 1927-28 के शेफिल्ड शिल्ड में विक्टोरिया के लिए 437 रन बनाकर एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया। उनकी इस अद्भुत पारी ने न केवल उनकी टीम को जीत दिलाई, बल्कि क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान भी बनाया। जानें इस शानदार प्रदर्शन के बारे में और कैसे उन्होंने अपने खेल से सभी को प्रभावित किया।
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ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर बिल पाँन्सफोर्ड का अद्भुत रिकॉर्ड

क्रिकेट में बिल पाँन्सफोर्ड का शानदार प्रदर्शन

क्रिकेट: ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी शामिल हैं, जो ऐसे कारनामे कर सकते हैं जो अन्य टीमें नहीं कर पातीं। यही कारण है कि इसे दुनिया की सबसे मजबूत क्रिकेट टीमों में से एक माना जाता है। आज हम एक ऐसे बल्लेबाज के बारे में चर्चा करेंगे, जिसने अपने खेल से सभी को चौंका दिया।

इस खिलाड़ी ने अपनी बल्लेबाजी के दौरान ऐसा तूफान मचाया कि विरोधी गेंदबाज पूरी तरह से नतमस्तक हो गए। किसी ने सोचा भी नहीं था कि वह अकेले इतनी बड़ी पारी खेलेंगे, जो पूरी टीम भी नहीं कर पाई। लेकिन जब वह फॉर्म में होते हैं, तो बड़े रिकॉर्ड टूटना तय होता है।

हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं, वह बिल पाँन्सफोर्ड हैं, जिन्होंने विक्टोरिया के लिए शानदार पारी खेली। उन्होंने इस मैच में कुल 437 रन बनाए और 42 चौके लगाए। उनके साथ ओपनिंग करने वाले कप्तान बिलवुडफुल ने 31 रन का योगदान दिया।

इसके बाद, जब कप्तान आउट हुए, तो पाँन्सफोर्ड ने अपनी टीम की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली और ऐसा स्कोर बनाया जो अन्य खिलाड़ियों के लिए चुनौती बन गया। यही कारण है कि उनकी टीम को इस मुकाबले में मजबूती मिली।

बिल पाँन्सफोर्ड का 437 रन का कारनामा

हम 1927-28 के शेफिल्ड शिल्ड सीजन की बात कर रहे हैं, जहां क्वींसलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। विक्टोरिया ने बिल पाँन्सफोर्ड के 437 रन की बदौलत 793 रन का विशाल स्कोर बनाया। क्वींसलैंड की टीम जब बल्लेबाजी करने आई, तो वह 189 और 407 रन बनाकर आउट हो गई।

इस प्रकार विक्टोरिया ने पहली पारी में 197 रन के बड़े अंतर से जीत हासिल की। खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन उनकी टीम के लिए लाभदायक साबित हुआ। क्रिकेट के इतिहास में यह रिकॉर्ड आज भी सुनहरे अक्षरों में दर्ज है, जो अन्य टीमों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।