एशिया कप 2025: पाकिस्तान के खिलाफ श्रीलंकाई स्पिनरों का खतरा

एशिया कप 2025 में पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच होने वाले सुपर-4 मुकाबले में श्रीलंकाई स्पिनरों की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है। वानिंदु हसरंगा, महेश थीक्शाना और दुनिथ वेलालाजे की तिकड़ी पाकिस्तान के बल्लेबाजों के लिए चुनौती पेश कर सकती है। अबू धाबी की परिस्थितियाँ धीमे गेंदबाजों के लिए अनुकूल हैं, जिससे श्रीलंका को बढ़त मिल सकती है। जानें इन स्पिनरों की विशेषताएँ और कैसे वे मैच का रुख बदल सकते हैं।
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एशिया कप 2025: पाकिस्तान के खिलाफ श्रीलंकाई स्पिनरों का खतरा

PAK vs SL, सुपर-4: श्रीलंका के स्पिनरों का प्रभाव

PAK vs SL, सुपर-4: आज अबू धाबी में एशिया कप 2025 के सुपर-4 मुकाबले में पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच होने वाले हाई-वोल्टेज मैच पर सभी की नजरें हैं। इस मुकाबले में श्रीलंका की खतरनाक स्पिन तिकड़ी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।


अबू धाबी की परिस्थितियाँ धीमे गेंदबाजों के लिए अनुकूल हैं और बड़े मैदानों के कारण पावर-हिटिंग जोखिम भरा हो सकता है, इसलिए मध्य ओवरों में स्पिन का दबदबा रहने की उम्मीद है। श्रीलंका के पास इस स्थिति के लिए सही हथियार हैं।


इतिहास में, श्रीलंका ने टी20 में पाकिस्तान के खिलाफ सफलता हासिल की है, खासकर जब उन्होंने पारी के मध्य चरण में नियंत्रण स्थापित किया है।


वानिंदु हसरंगा


हसरंगा केवल एक wrist-spinner नहीं हैं: उनकी गति, फ्लाइट और सही समय पर गूगली का उपयोग करने की क्षमता उन्हें मध्य ओवरों में खतरनाक बनाती है। पाकिस्तान ने पहले कुछ मौकों पर अच्छी शुरुआत की है, लेकिन हसरंगा अक्सर खेल की गति को रोक देते हैं, महत्वपूर्ण विकेट लेते हैं और जोखिम भरे शॉट्स के लिए मजबूर करते हैं। वह चोट से उबरने के बाद टीम में शामिल हुए हैं, जो दर्शाता है कि श्रीलंका उन पर दबाव में प्रदर्शन करने का भरोसा करता है।


महेश थीक्शाना


जब पिच पर ग्रिप होती है या धीमी स्पिन की आवश्यकता होती है, तो श्रीलंका उन्हें पसंद करते हैं। उन्होंने पिछले टूर्नामेंटों में दिखाया है कि जब उनका नियंत्रण अच्छा होता है, तो वह प्रभावी स्पेल डाल सकते हैं। पाकिस्तान के बल्लेबाज अक्सर उनकी सूक्ष्म ड्रिफ्ट, आर्म-बॉल और गति में बदलाव के खिलाफ संघर्ष करते हैं। यदि थीक्शाना अपनी गेंदबाजी को सटीक रखते हैं, तो वह एक छोर को बांध सकते हैं और लेग-स्पिनर के लिए दबाव बना सकते हैं।


दुनिथ वेलालाजे


एक बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर के रूप में, वह दाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए एक अलग कोण प्रदान करते हैं। उनकी ड्रिफ्ट, फ्लाइटेड डिलीवरी और किसी भी टर्न या असंगत बाउंस का लाभ उठाने की क्षमता समस्याएँ पैदा कर सकती है। श्रीलंका ने दिखाया है कि दोनों तरफ से स्पिनरों का उपयोग करने से उन्हें रणनीतिक बढ़त मिलती है। उन्होंने व्यक्तिगत त्रासदी (अपने पिता की मृत्यु) का सामना किया है, लेकिन फिर भी टीम में लौट आए हैं, जो उनकी मानसिक मजबूती को दर्शाता है। यह मानसिक मजबूती दबाव में गेंदबाजी में मदद कर सकती है।


वानिंदु हसरंगा, महेश थीक्शाना और दुनिथ वेलालाजे की तिकड़ी में वह चतुराई, विविधता और अनुभव है जो पाकिस्तान की मजबूत बल्लेबाजी क्रम को भी परेशान कर सकती है, जो हाल के मैचों में गुणवत्ता स्पिन के खिलाफ कमजोर दिखी है।