एशिया कप 2025 के लिए बांग्लादेश और अफगानिस्तान की टीमों का ऐलान, भारत से कमजोर नजर आती हैं

एशिया कप 2025 की शुरुआत

एशिया कप 2025 की शुरुआत 9 सितंबर से यूएई में होने जा रही है। इस दौरान सभी एशियाई टीमें अपने स्क्वॉड को अंतिम रूप देने में जुटी हैं। इसी क्रम में बांग्लादेश और अफगानिस्तान ने अपने T20 स्क्वॉड का ऐलान कर दिया है।
अफगानिस्तान का 22 खिलाड़ियों का स्क्वॉड
अफगानिस्तान ने 22 खिलाड़ियों का बड़ा स्क्वॉड घोषित किया है
अफगानिस्तान ने एशिया कप 2025 के लिए 22 खिलाड़ियों का एक बड़ा स्क्वॉड तैयार किया है, जिसमें राशिद खान (कप्तान), रहमानुल्लाह गुरबाज (विकेटकीपर), सदीकुल्लाह अतल, वफीउल्लाह तरखील, इब्राहिम ज़द्रान, दरवेश रसूली, मोहम्मद इशाक, मोहम्मद नबी, नंगयाल खरोटी, शरफुद्दीन अशरफ, करीम जनात, अजमतुल्लाह उमरजाई, गुलबदीन नैब, मजीब ज़द्रान, एएम ग़ज़नफ़र, नूर अहमद, फज़ल हक़ फ़ारूकी, नवीन उल हक, फरीद मलिक, सलीम सफी, अब्दुल्लाह अहमदजाई और बशीर अहमद जैसे खिलाड़ी शामिल हैं।
बांग्लादेश का 25 सदस्यीय स्क्वॉड
बांग्लादेश ने 25 सदस्यीय टीम चुनी है
बांग्लादेश ने एशिया कप 2025 के लिए 25 सदस्यीय टीम का चयन किया है, जिसमें लिटन दास (कप्तान), तंजीद हसन तमीम, मोहम्मद नइम शेख, सौम्य सरकार, मोहम्मद परवेज हुसैन इमोन, मोहम्मद तौहीद हृदयोय, जाकेर अली अनिक, मोहम्मद मेहदी हसन मिराज, मोहम्मद शमीम हुसैन, मोहम्मद नजमुल हुसैन शान्तो, मोहम्मद रिशाद हुसैन, शाक मेहदी हसन, मोहम्मद तनवीर इस्लाम, नसुम अहमद, हसन महमूद, तस्कीन अहमद, मोहम्मद तंजीम हसन साकिब, मोहम्मद सैफुद्दीन, नाहिद राणा, मोहम्मद मुस्तफिजुर रहमान, मोहम्मद शोरफुल इस्लाम, सैयद खालिद अहमद, काजी नुरुल हसन सोहन, महिदुल इस्लाम भुइयां अंकोन और मोहम्मद सैफ हसन शामिल हैं।
भारत के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन
दोनों टीमें भारत के आगे फीकी
इन दोनों टीमों की तुलना भारतीय टीम के संभावित स्क्वॉड से करें, जिसमें सूर्यकुमार यादव (कप्तान), अक्षर पटेल (उपकप्तान), शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, श्रेयस अय्यर, ईशान किशन, केएल राहुल, हार्दिक पांड्या, शिवम दुबे, रिंकू सिंह, उमरान मलिक, मयंक यादव, अर्शदीप सिंह, हर्षित राणा, वरुण चक्रवर्ती और रवि बिश्नोई जैसे सितारे शामिल हैं, तो फर्क साफ नजर आता है।
भारत की मजबूत स्थिति
इंडिया का पलड़ा बांग्लादेश और अफगानिस्तान पर भारी
T20 फॉर्मेट में तेज रन बनाने और डेथ ओवरों में विकेट लेने की क्षमता ही गेम चेंजर होती है, और यहां इंडिया का पलड़ा बांग्लादेश और अफगानिस्तान पर भारी पड़ता है।