एमसीजी की पिच को आईसीसी ने घोषित किया असंतोषजनक, एशेज टेस्ट में गिरे 36 विकेट
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच चौथे एशेज टेस्ट में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड की पिच को आईसीसी ने असंतोषजनक करार दिया है। इस पिच पर 142 ओवरों में 36 विकेट गिरे और कोई बल्लेबाज अर्धशतक नहीं बना सका। जानें इस मैच के बारे में और क्या कहा मैच रेफरी ने।
| Dec 29, 2025, 17:10 IST
चौथे एशेज टेस्ट का नतीजा
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच चौथे एशेज टेस्ट का खेल केवल दो दिनों में समाप्त हो गया। आईसीसी की वेबसाइट के अनुसार, मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) की पिच को "असंतोषजनक" करार दिया गया है। यह निर्णय इस कारण लिया गया क्योंकि पिच गेंदबाजों के लिए अत्यधिक अनुकूल साबित हुई, जिसमें 142 ओवरों में 36 विकेट गिरे और कोई बल्लेबाज अर्धशतक नहीं बना सका। इसके परिणामस्वरूप, आईसीसी ने एमसीजी को एक अंक का डिमेरिट दिया है, जो अगले पांच वर्षों तक प्रभावी रहेगा।
मैच रेफरी का बयान
मैच रेफरी जेफ क्रो ने बताया कि पिच की स्थिति ने गेंदबाजों को अनुचित लाभ प्रदान किया, जिससे मैच जल्दी समाप्त हुआ। इंग्लैंड ने चार विकेट से टेस्ट मैच जीतकर 2011 के बाद ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली टेस्ट जीत दर्ज की। आईसीसी की वेबसाइट पर जारी बयान में जेफ क्रो ने कहा, "एमसीजी की पिच गेंदबाजों के लिए बहुत अनुकूल थी। पहले दिन 20 विकेट और दूसरे दिन 16 विकेट गिरे, और कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक तक नहीं पहुंच सका। दिशानिर्देशों के अनुसार, पिच 'असंतोषजनक' थी और इसे एक अंक का नुकसान हुआ है।"
खेल का विवरण
दिलचस्प बात यह है कि खेल के पहले दो दिनों में सभी 36 विकेट तेज गेंदबाजों ने लिए। चौथे एशेज टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया और आक्रामक गेंदबाजी से शुरुआत से ही दबाव बनाया। जोश टोंग ने 5/45 के आंकड़े के साथ शानदार गेंदबाजी की, जिससे ऑस्ट्रेलिया केवल 152 रनों पर ऑल आउट हो गया, जिसमें माइकल नेसर ने 35 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे।
कम स्कोर का लाभ उठाने की कोशिश में इंग्लैंड को भी कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा और वे 30 ओवर से भी कम समय में 110 रनों पर ऑल आउट हो गए। उनके केवल तीन खिलाड़ी ही 10 रन का आंकड़ा पार कर सके, जिसमें हैरी ब्रूक के 41 रन टीम के लिए सर्वोच्च स्कोर रहे।
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी
ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन अपनी दूसरी पारी शुरू की और क्रिकेट के एक नाटकीय दिन में 20 विकेट गिरे। दूसरे दिन भी यही सिलसिला जारी रहा, ऑस्ट्रेलिया ट्रैविस हेड के 46 रनों (मैच का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर) के बावजूद केवल 132 रन ही बना सका, जबकि इंग्लैंड के गेंदबाजों ने लगातार दबाव बनाए रखा। ब्रायडन कार्स और कप्तान बेन स्टोक्स ने क्रमशः चार और तीन विकेट लिए। इंग्लैंड ने 175 रनों का लक्ष्य 32.2 ओवर में छह विकेट खोकर हासिल कर लिया। जैक क्रॉली (37), बेन डकेट (34) और जैकब बेथेल (40) का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
