एमएस धोनी के करियर के 6 विवाद जो उन्हें हमेशा याद रहेंगे

एमएस धोनी: क्रिकेट के महानायक

एमएस धोनी: भारतीय क्रिकेट में कई महान खिलाड़ियों ने अपनी छाप छोड़ी है, जिनमें से एक हैं एमएस धोनी, जिन्हें 'कैप्टन कूल' के नाम से जाना जाता है। धोनी ने अपने करियर की शुरुआत में ही यह साबित कर दिया था कि वह एक अद्वितीय खिलाड़ी हैं। उनकी फिनिशर की भूमिका और कप्तानी ने उन्हें विशेष पहचान दिलाई।
धोनी के करियर के 6 विवाद
धोनी ने तीन आईसीसी ट्रॉफी जीतकर एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया है, लेकिन उनके करियर में कुछ ऐसे विवाद भी हैं जो उन्हें हमेशा याद रहेंगे। आइए जानते हैं उन 6 दागों के बारे में:
6. बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज में हार
2015 में भारत ने बांग्लादेश का दौरा किया था, जहां उन्हें तीन मैचों की वनडे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा। पहले दो मैचों में बांग्लादेश ने भारत को हराया और धोनी इस सीरीज में हारने वाले पहले भारतीय कप्तान बने।
5. एशिया के बाहर शतक न बनाना
धोनी ने अपने करियर में 16 शतक बनाए, लेकिन सभी एशिया में ही आए। इस कारण उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाता है।
4. लगातार चार टेस्ट सीरीज में हार
धोनी कप्तान रहते हुए लगातार चार टेस्ट सीरीज हारने वाले पहले भारतीय कप्तान बने। 2013 में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी हार का सामना करना पड़ा।
3. रोटेशन पॉलिसी
धोनी ने 2012 में रोटेशन पॉलिसी अपनाई, जिससे विवाद उत्पन्न हुए। इस नीति के तहत कुछ प्रमुख खिलाड़ियों को एक साथ नहीं खेलने दिया गया, जिससे कई खिलाड़ियों में असंतोष पैदा हुआ।
2. 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में धीमी बल्लेबाजी
2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में धोनी की धीमी बल्लेबाजी के कारण भारत को हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने 72 गेंदों में 50 रन बनाए, लेकिन उनकी धीमी गति ने टीम को नुकसान पहुँचाया।
1. आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग विवाद
2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग विवाद ने धोनी के करियर पर एक काला धब्बा लगाया। हालांकि उन पर कोई आरोप साबित नहीं हुआ, लेकिन उनका नाम इस विवाद में जुड़ गया, जिससे उनकी छवि को नुकसान पहुँचा।