एजबेस्टन टेस्ट के दौरान कोचिंग में बड़ा बदलाव, फिक्सिंग के आरोपी खिलाड़ी को मिली जिम्मेदारी

एजबेस्टन टेस्ट के दौरान क्रिकेट बोर्ड ने एक विवादास्पद निर्णय लिया है, जिसमें एक ऐसे खिलाड़ी को कोच नियुक्त किया गया है, जो फिक्सिंग के आरोप में जेल जा चुका है। अंकित चव्हाण को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा कोच बनाया गया है। जानें इस निर्णय के पीछे की कहानी और अंकित का भावुक बयान।
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एजबेस्टन टेस्ट के दौरान कोचिंग में बड़ा बदलाव, फिक्सिंग के आरोपी खिलाड़ी को मिली जिम्मेदारी

एजबेस्टन टेस्ट में कोचिंग में बदलाव

एजबेस्टन टेस्ट के दौरान कोचिंग में बड़ा बदलाव, फिक्सिंग के आरोपी खिलाड़ी को मिली जिम्मेदारी

एजबेस्टन टेस्ट (Edgbaston Test): इंग्लैंड और भारत के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच एजबेस्टन में चल रहा है। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया। भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए मजबूत स्थिति में है और उम्मीद है कि वे मैच जीत सकते हैं।

इस टेस्ट के दौरान एक चौंकाने वाली खबर आई है। क्रिकेट बोर्ड ने एक ऐसे खिलाड़ी को कोचिंग पैनल में शामिल किया है, जिस पर फिक्सिंग के आरोप लगे थे और जिसने जेल की सजा भी काटी है।


कोच के रूप में अंकित चव्हाण की नियुक्ति

एजबेस्टन टेस्ट के बीच इस खिलाड़ी को बनाया गया कोच

एजबेस्टन टेस्ट के दौरान कोचिंग में बड़ा बदलाव, फिक्सिंग के आरोपी खिलाड़ी को मिली जिम्मेदारी
The board changed the coach in the middle of the Edgbaston Test, handed over the responsibility to a player who had gone to jail in the fixing case

भारतीय टीम इस समय एजबेस्टन टेस्ट में खेल रही है और इसी बीच क्रिकेट बोर्ड ने नए कोच की घोषणा की है। एक ऐसे खिलाड़ी को कोच बनाया गया है जिसे मैच फिक्सिंग में दोषी पाया गया था और जिसने जेल की सजा भी काटी थी।

हालांकि, यह खिलाड़ी भारतीय मैनेजमेंट द्वारा नहीं बल्कि मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा नियुक्त किया गया है। अंकित चव्हाण को 2013 के आईपीएल में फिक्सिंग के आरोपों के चलते जेल जाना पड़ा था और उन पर लगे सभी आरोप सही साबित हुए थे।


स्पॉट फिक्सिंग का मामला

आईपीएल में की थी स्पॉट फिक्सिंग

2013 के आईपीएल में अंकित चव्हाण के साथ-साथ एस. श्रीसंत और अजीत चंदेला पर भी स्पॉट फिक्सिंग के आरोप लगे थे। इन सभी के खिलाफ आरोप सही साबित होने के बाद उन्हें जेल की सजा भी मिली थी। बीसीसीआई ने इन खिलाड़ियों पर बैन भी लगाया था। हालांकि, बाद में इनकी सजा को केवल 7 साल के लिए घटा दिया गया था।

बैन से वापस आने के बाद, अंकित ने खेल में वापसी की कोशिश की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने कोचिंग में करियर बनाने का निर्णय लिया और अब वह मुंबई की टीम के कोच बन गए हैं।


भावुक बयान

मीडिया के सामने दिया भावुक बयान

स्पॉट फिक्सिंग के दोषी अंकित चव्हाण ने मीडिया से बातचीत में कहा, "यह मेरे लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है और मेरे लिए एक नए जीवन की तरह है। जब आप गलती करते हैं, तो वापसी का रास्ता हमेशा होता है। मैं मुंबई क्रिकेट का धन्यवाद करना चाहता हूँ कि उन्होंने मुझ पर विश्वास किया। मैं युवा खिलाड़ियों के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूँ।"