ईद उल अजहा का जश्न: संभल में सुरक्षा व्यवस्था के बीच मनाई गई ईद

ईद उल अजहा का त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश के संभल जिले में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई। जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि तीन स्तरीय सुरक्षा के तहत लोगों को निर्धारित स्थानों पर कुर्बानी करने की अनुमति दी गई। नमाज का आयोजन ईदगाहों के अंदर किया गया, जिससे शांति बनी रही। जानें इस पर्व के दौरान की गई व्यवस्थाओं और समारोह की सफलता के बारे में।
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ईद उल अजहा का जश्न: संभल में सुरक्षा व्यवस्था के बीच मनाई गई ईद

ईद उल अजहा का उत्सव

संपूर्ण देश में शनिवार, 7 जून को ईद का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के संभल जिले में भी ईद उल अजहा का पर्व मनाया गया। सुबह 8:30 बजे ईदगाह में मौलाना ने नमाज अदा की। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग नए कपड़े पहनकर नमाज के लिए पहुंचे और देश तथा समाज की भलाई के लिए दुआ की। सभी ने एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद भी दी।


सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान

ईद के मौके पर संभल जिले में तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि ईद-उल-अजहा के जश्न के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और लोगों को केवल निर्धारित पारंपरिक स्थानों पर ही कुर्बानी करने की अनुमति दी गई है।


सुरक्षा के उपाय

पेंसिया ने कहा, "हमने तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की है, जिसमें सेक्टर मजिस्ट्रेट, जनरल मजिस्ट्रेट और जमीनी स्तर पर तैनात बल शामिल हैं।" इसके अलावा, फ्लैग मार्च और गश्त भी की गई। उन्होंने मीडिया को बताया कि शांति समिति की बैठक में सभी ने सार्वजनिक स्थानों पर बलि न देने और पूर्व निर्धारित स्थानों पर ही बलि चढ़ाने पर सहमति जताई।


समारोह की सफलता

उन्होंने यह भी कहा कि लोग सहयोग कर रहे हैं और अब तक समारोह के दौरान कोई समस्या नहीं आई है। पेंसिया ने पुलिस और प्रशासन की प्रशंसा की, "हमने सभी मौलानाओं, मुफ्तियों, मुतवल्ली और मस्जिदों के प्रतिनिधियों से बात की और सभी ने ईद-उल-अजहा को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने का आश्वासन दिया।" उन्होंने कहा कि कचरे के निपटान की व्यवस्था भी की गई है, जो तीन दिनों तक चलेगी।


नमाज का आयोजन

क्षेत्राधिकारी चंदूसी अनुज चौधरी ने बताया कि चंदूसी और मराली में ईदगाहों के अंदर नमाज अदा की गई। चौधरी ने कहा, "दो ईदगाह हैं, एक चंदौसी में और दूसरी नरौली में, जहां नमाज अदा की गई... दोनों जगहों पर नमाज चार दीवारों के भीतर अदा की गई... सड़कों पर कोई नमाज नहीं हुई।" संभल के चंदौसी में तड़के लोग नमाज अदा करते देखे गए।