इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम की चुनौती और साई सुदर्शन का प्रदर्शन

इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला

इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का चौथा मैच 23 जुलाई को मैनचेस्टर में शुरू हुआ है। यह भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण मुकाबला है। यदि भारत यह मैच हार जाता है, तो सीरीज में उसकी हार सुनिश्चित हो जाएगी। दूसरी ओर, यदि टीम जीत जाती है, तो सीरीज 2-2 की बराबरी पर आ जाएगी।
बीसीसीआई की चयन समिति ने इस सीरीज के लिए जो टीम घोषित की थी, उसमें कोच गौतम गंभीर ने एक खिलाड़ी को उसके आईपीएल प्रदर्शन के आधार पर मौका दिया है। हालांकि, इस खिलाड़ी ने सीरीज में अब तक अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है, जिसके कारण टीम प्रबंधन को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
IPL के आधार पर साई सुदर्शन को मिला मौका

जब बीसीसीआई ने इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के लिए 18 सदस्यीय टीम की घोषणा की, तो साई सुदर्शन को शामिल किया गया। उन्होंने पहले मैच में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया, लेकिन उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। पहले पारी में वह शून्य पर आउट हुए और दूसरी पारी में 30 रन बनाए।
पहले मैच के बाद, उन्हें एजबेस्टन और लॉर्ड्स में खेले गए मैचों की प्लेइंग 11 में नहीं रखा गया। लेकिन मैनचेस्टर टेस्ट में उन्हें खेलने का मौका मिला, जहां उन्होंने पहली पारी में 61 रन बनाए, लेकिन दूसरी पारी में वह पहली गेंद पर आउट हो गए।
आईपीएल प्रदर्शन के आधार पर मिली थी टीम में जगह
साई सुदर्शन ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया था, जहां उन्होंने 15 मैचों में 759 रन बनाए थे। इस दौरान उनकी औसत 54.21 और स्ट्राइक रेट 156.17 रही। इस प्रदर्शन के आधार पर उन्हें इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में शामिल किया गया था, लेकिन उन्होंने उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए।
इस खिलाड़ी को मिलना चाहिए था मौका
विशेषज्ञों का मानना है कि साई सुदर्शन की जगह हनुमा विहारी को मौका दिया जाना चाहिए था। विहारी का प्रथम श्रेणी क्रिकेट में प्रदर्शन शानदार रहा है, जहां उन्होंने 131 मैचों में 48.3 की औसत से 9585 रन बनाए हैं।