आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप: ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच फाइनल मुकाबला

आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 का फाइनल मुकाबला 11 जून को साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच होगा। इस मैच में दोनों टीमों के कप्तान टेम्बा बावुमा और पैट कमिंस आमने-सामने होंगे। जानें लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड की पिच रिपोर्ट, दोनों टीमों की स्थिति और ऐतिहासिक आंकड़े। क्या ऑस्ट्रेलिया अपनी पिछली जीत को दोहराएगा या साउथ अफ्रीका ट्रॉफी अपने नाम करेगा? जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख।
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आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप: ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच फाइनल मुकाबला

फाइनल मुकाबला

11 जून से आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताबी मुकाबला साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच आयोजित होगा। इस मैच में टेम्बा बावुमा और पैट कमिंस कप्तानी करेंगे। दोनों टीमों की गेंदबाजी बेहद प्रभावशाली है, लेकिन जो टीम फाइनल में बेहतर प्रदर्शन करेगी, वही ट्रॉफी अपने नाम करेगी। यह मैच लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा।         


ऑस्ट्रेलिया की स्थिति

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम लगातार दूसरी बार टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची है। पिछले चक्र के फाइनल में, ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराया था। इस चक्र में, ऑस्ट्रेलिया ने 19 में से 13 मैच जीते हैं, जबकि साउथ अफ्रीका ने 12 में से 8 मैच जीतकर अंक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया है। 


लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड का टेस्ट रिकॉर्ड

लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड का टेस्ट रिकॉर्ड
इस मैदान पर अब तक कुल 147 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं। 53 बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीत हासिल की है, जबकि 43 बार पहले गेंदबाजी करने वाली टीम ने जीत दर्ज की है। यहां 51 मैच ड्रॉ भी रहे हैं। 


लॉर्ड्स में ऐतिहासिक आंकड़े

लॉर्ड्स में सबसे बड़ा स्कोर 729 है, जो ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ 1930 में बनाया था। यहां का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर 333 है, जो इंग्लैंड के ग्राहम गूच ने 1990 में बनाया था। 


पिच रिपोर्ट

लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड की पिच रिपोर्ट
11 से 15 जून के बीच यहां ओवरकास्ट कंडीशन रहने की संभावना है, साथ ही बारिश भी हो सकती है। पिच पर बाउंस अधिक है, जो तेज गेंदबाजों के लिए फायदेमंद होगा। बल्लेबाजों को अच्छी तकनीक से खेलना होगा ताकि वे लाइन पर आती गेंदों का सही तरीके से सामना कर सकें। हवाओं के चलते यहां स्विंग देखने को मिल सकता है, जो गेंदबाजों को अतिरिक्त सहायता प्रदान करेगा। बल्लेबाजों को बाहर जाती गेंदों पर रिस्क लेने से बचना चाहिए। 


बल्लेबाजों के लिए स्थिति

बल्लेबाजों के लिए एक सकारात्मक बात यह है कि आउटफील्ड तेज रहेगी, जो बल्लेबाजों को मदद करेगी। यदि पहली पारी में खेलने वाली टीम 350 से अधिक रन बनाती है, तो उसका मैच में दबदबा बना रहेगा।