आईपीएल 2026 के मिनी ऑक्शन की तैयारी, टीमों ने बनाई नई रणनीतियाँ
आईपीएल 2026 के मिनी ऑक्शन की तैयारियाँ जोरों पर हैं। सभी 10 फ्रेंचाइज़ियों ने अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप दिया है। कई टीमों ने बड़े खिलाड़ियों को रिलीज़ कर अपने बजट को मजबूत किया है। जानें कौन सी टीम के पास सबसे बड़ा पर्स है और कौन सी टीम को सावधानी बरतनी होगी। इस बार का ऑक्शन कई स्टार खिलाड़ियों के लिए एक नया अवसर बनकर सामने आ रहा है।
| Nov 16, 2025, 23:56 IST
आईपीएल 2026 का मिनी ऑक्शन
आईपीएल 2026 के मिनी ऑक्शन का माहौल पहले से ही काफी गर्म हो चुका है। यह ऑक्शन 16 दिसंबर को अबू धाबी में आयोजित किया जाएगा, और सभी 10 फ्रेंचाइज़ियों ने ट्रेडिंग विंडो और रिलीज़ राउंड के बाद अपनी रणनीतियों को लगभग अंतिम रूप दे दिया है।
इस बार कई टीमों ने बड़े खिलाड़ियों को रिलीज़ कर अपनी वेतन संरचना में जगह बनाई है, जिससे ऑक्शन का माहौल पहले से कहीं अधिक प्रतिस्पर्धी होगा। वर्तमान जानकारी के अनुसार, कोलकाता नाइट राइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स के पास सबसे बड़ा पर्स है, जबकि मुंबई इंडियंस सबसे कम बजट में खिलाड़ियों की खरीदारी करने की योजना बना रही है।
केकेआर ने वेंकटेश अय्यर और आंद्रे रसेल जैसे प्रमुख खिलाड़ियों को रिलीज़ कर अपने पर्स में भारी रकम जोड़ ली है, जिससे वे अपने मिडिल ऑर्डर और विदेशी संयोजन को नए सिरे से तैयार कर सकेंगे। वहीं, सीएसके ने ट्रेडिंग विंडो में संजू सैमसन को शामिल करने के बावजूद अनुभवी खिलाड़ियों को रिलीज़ कर एक मजबूत बजट बचा लिया है। इसके अलावा, सनराइजर्स हैदराबाद, लखनऊ सुपर जायंट्स और दिल्ली कैपिटल्स जैसी टीमों के पास भी पर्याप्त पर्स है, जिससे वे रणनीतिक खरीदारी कर सकती हैं।
दूसरी ओर, आरसीबी, आरआर और गुजरात टाइटन्स के पास मध्यम बजट है, जिसके चलते उन्हें बोली लगाने में सावधानी बरतनी होगी। पंजाब किंग्स के पास सीमित विकल्प हैं, जबकि मुंबई इंडियंस केवल ₹2.75 करोड़ के पर्स के साथ सबसे कमजोर स्थिति में हैं और उन्हें अपने पुराने कोर समूह पर निर्भर रहना पड़ेगा।
टीमों की रिलीज़ और रिटेंशन सूची पर नजर डालें तो कई चौंकाने वाले फैसले सामने आए हैं। गुजरात टाइटन्स ने शुभमन गिल की कप्तानी में स्थिर कोर बनाए रखा है और सीमित खिलाड़ियों को ही बाहर किया है। लखनऊ ने रवि बिश्नोई और डेविड मिलर जैसे नाम छोड़े, लेकिन मोहम्मद शमी और अर्जुन तेंदुलकर को ट्रेड के ज़रिए अपनी टीम में शामिल किया है। दिल्ली कैपिटल्स ने फाफ डु प्लेसिस और मोहम्मद शर्मा जैसे वरिष्ठ नामों को रिलीज़ कर अपनी संरचना को युवा खिलाड़ियों के हिसाब से ढाला है।
केकेआर ने रसेल, वेंकटेश अय्यर और डिकॉक जैसे बड़े खिलाड़ियों को विदा कर टीम के संतुलन में बड़ा बदलाव किया है। वहीं, चेन्नई ने देवोन कॉनवे, दीपक हूडा, रचिन रविंद्र और मैथ्यू पाथिराना जैसे खिलाड़ियों को रिलीज़ कर एक नया अध्याय शुरू किया है। आरसीबी ने कोहली, पाटीदार और हेज़लवुड जैसे मजबूत कोर को बनाए रखा है, जबकि पंजाब किंग्स ने ग्लेन मैक्सवेल और जोश इंग्लिस जैसे विदेशी खिलाड़ियों से हाथ धोया है।
राजस्थान रॉयल्स ने इस बार बड़े ट्रेड किए हैं, जिसमें संजू सैमसन को सीएसके भेजकर रविंद्र जडेजा को अपनी टीम में शामिल किया। मुंबई इंडियंस ने बड़े पैमाने पर ट्रेड कर मार्कंडे, शार्दुल ठाकुर और रदरफोर्ड जैसे खिलाड़ियों को जोड़ा है, जबकि कई विदेशी गेंदबाजों को रिलीज़ किया है।
सनराइजर्स हैदराबाद ने भी महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जहां उन्होंने मोहम्मद शमी, राहुल चाहर और एडम ज़म्पा जैसे खिलाड़ियों को बाहर कर नई टीम संरचना पर ध्यान केंद्रित किया है। कुल मिलाकर, इस साल का मिनी ऑक्शन कई टीमों के लिए पुनर्निर्माण का अवसर बन रहा है और कई स्टार खिलाड़ी पहली बार खुली बोली में उतरेंगे हैं।
