अर्जुन तेंदुलकर का रणजी में धमाल, 207 गेंदों में बनाए इतने रन

अर्जुन तेंदुलकर: क्रिकेट की नई पहचान

अर्जुन तेंदुलकर: भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं। अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाते हुए, अर्जुन अब अपने दम पर पहचान बनाने की दिशा में तेजी से बढ़ रहे हैं।
रणजी ट्रॉफी में अर्जुन का शतक
रणजी ट्रॉफी में शानदार शतक
अर्जुन तेंदुलकर को आमतौर पर एक तेज गेंदबाज के रूप में जाना जाता है, लेकिन दिसंबर 2022 में रणजी ट्रॉफी के एक मैच में राजस्थान के खिलाफ उन्होंने बल्ले से जो करिश्मा दिखाया, उसने सभी को चौंका दिया। अर्जुन ने 207 गेंदों में 120 रन की शानदार शतकीय पारी खेली, जिसमें 16 चौके और 2 छक्के शामिल थे।
उन्होंने पारी की शुरुआत संयम और धैर्य के साथ की, और जैसे-जैसे क्रीज पर सेट होते गए, उन्होंने आक्रामक रुख अपनाया। यह शतक केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं थी, बल्कि यह संकेत था कि अर्जुन एक ऑलराउंडर के रूप में टीम के लिए मैच विजेता साबित हो सकते हैं।
मुंबई से गोवा तक का सफर
मुंबई से गोवा तक का सफर
अर्जुन तेंदुलकर ने अपने घरेलू करियर की शुरुआत मुंबई की रणजी टीम से की थी, लेकिन वहां की कड़ी प्रतिस्पर्धा और सीमित मौकों को देखते हुए उन्होंने 2022 में गोवा का रुख किया। यह निर्णय उनके करियर के लिए एक टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ।
गोवा की टीम के साथ अर्जुन को नियमित खेलने के मौके मिले, और उन्होंने इस मौके का पूरा फायदा उठाया। गेंद और बल्ले दोनों से अर्जुन ने प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए यह साबित कर दिया कि वो टीम इंडिया की भविष्य की योजनाओं में फिट बैठ सकते हैं।
IPL 2026 में संभावित मौका
IPL 2026 में मिल सकता है मौका
अर्जुन तेंदुलकर मुंबई इंडियंस की ओर से आईपीएल में डेब्यू कर चुके हैं और उन्होंने सीमित मौकों में अपने हुनर की झलक दिखाई है। बाएं हाथ के गेंदबाज होने के साथ-साथ वे एक कामयाब लोअर ऑर्डर बल्लेबाज भी हैं, जिससे उनका मूल्य और बढ़ गया है।
रणजी ट्रॉफी में शतक, आईपीएल में सटीक यॉर्कर और डेथ ओवर में नियंत्रण – इन सभी गुणों के चलते मुंबई इंडियंस उन्हें आईपीएल 2026 में और मौके दे सकती हैं।
टीम इंडिया में जगह की ओर बढ़ते कदम
टीम इंडिया में जगह की ओर बढ़ते कदम
अर्जुन तेंदुलकर की हालिया प्रगति को देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा कि वो भारतीय टीम में जगह बनाने के करीब हैं। अगर वो इसी तरह घरेलू क्रिकेट और आगामी आईपीएल सीजन में निरंतर प्रदर्शन करते हैं, तो उनका नाम टीम इंडिया की चयन सूची में जरूर गूंजेगा।
अर्जुन अब सिर्फ एक 'क्रिकेट लिजेंड के बेटे' नहीं रह गए हैं, बल्कि उन्होंने अपने प्रदर्शन से यह साबित करना शुरू कर दिया है कि वे खुद भी एक मजबूत पहचान और अंतरराष्ट्रीय स्तर के दावेदार हैं।
आने वाला वक्त तय करेगा कि क्या वो अपने पिता की तरह भारत के लिए बड़ी उपलब्धियां हासिल कर पाएंगे, लेकिन अब तक का सफर यकीनन उम्मीदों से भरा है।