अक्षर पटेल: टीम इंडिया में जडेजा के बाद अब क्यों हो रहे हैं नजरअंदाज?

भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर अक्षर पटेल को हाल ही में टेस्ट क्रिकेट में खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। जडेजा की उपस्थिति के कारण उनकी स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं। जानें उनके करियर के आंकड़े और प्रबंधन की रणनीति के बारे में। क्या अक्षर का करियर संकट में है? इस लेख में हम उनकी स्थिति और प्रदर्शन पर चर्चा करेंगे।
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अक्षर पटेल: टीम इंडिया में जडेजा के बाद अब क्यों हो रहे हैं नजरअंदाज?

अक्षर पटेल की स्थिति

अक्षर पटेल: टीम इंडिया में जडेजा के बाद अब क्यों हो रहे हैं नजरअंदाज?


भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक रवींद्र जडेजा को इंग्लैंड दौरे के लिए चुना गया है, जहां वे टीम के सबसे अनुभवी सदस्य होंगे। इस सीरीज के लिए घोषित टीम में जडेजा के नाम सबसे ज्यादा रन और विकेट हैं।


जडेजा की काबिलियत के कारण उन्हें टीम में प्राथमिकता दी जाती है। हालांकि, कुछ साल पहले एक ऐसे खिलाड़ी को मौका दिया गया था जिसे जडेजा का प्रतिस्थापन माना गया था। अब उस खिलाड़ी को टीम में जगह नहीं मिल रही है, जिससे उनके करियर पर संकट मंडरा रहा है।


अक्षर पटेल को नहीं मिल रहा मौका

अक्षर पटेल: टीम इंडिया में जडेजा के बाद अब क्यों हो रहे हैं नजरअंदाज?
This player came to Team India as the second Jadeja, but now he is slowly being dropped from the Test team


हाल के समय में, टीम इंडिया की प्रबंधन ने बाएं हाथ के ऑलराउंडर अक्षर पटेल को खेलने का मौका नहीं दिया है। उन्होंने आखिरी बार फरवरी 2024 में टेस्ट क्रिकेट खेला था। इसके बाद भारतीय टीम ने बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैच खेले, लेकिन अक्षर को नहीं चुना गया। हालांकि, जब भी उन्हें खेलने का मौका मिला, उनका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है।


क्या जडेजा की वजह से अक्षर को नहीं मिल रहा मौका?

टीम इंडिया की प्रबंधन ने पिछले डेढ़ साल से अक्षर पटेल को टेस्ट क्रिकेट में खेलने का मौका नहीं दिया है। कहा जा रहा है कि जडेजा की उपस्थिति के कारण उन्हें मौका नहीं मिल रहा है। लेकिन अगर भारतीय टीम की संरचना को देखें, तो दोनों बाएं हाथ के ऑलराउंडर हैं। इस कारण प्रबंधन वाशिंगटन सुंदर को प्राथमिकता दे रही है, जो एक ऑफ-स्पिनर हैं। कुलदीप यादव को भी लगातार मौके मिल रहे हैं।


अक्षर पटेल के आंकड़े

अक्षर पटेल का टेस्ट करियर शानदार रहा है। उन्होंने 14 टेस्ट मैचों में 22 पारियों में 35.88 की औसत से 646 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 4 अर्धशतक भी लगाए हैं। गेंदबाजी में, उन्होंने 19.34 की औसत से 55 विकेट लिए हैं, जिसमें 5 बार एक पारी में 5 या उससे अधिक विकेट शामिल हैं।