RCB की पहली ट्रॉफी जीतने के बाद पियूष चावला ने लिया संन्यास

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने अपनी पहली आईपीएल ट्रॉफी जीती, लेकिन इसी खुशी के बीच पियूष चावला ने संन्यास की घोषणा कर दी। 36 वर्षीय चावला, जो दो बार के वर्ल्ड कप विजेता हैं, ने अपने करियर की यात्रा को एक वरदान बताया। जानें उनके क्रिकेट करियर और संन्यास के पीछे की कहानी।
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RCB की पहली ट्रॉफी जीतने के बाद पियूष चावला ने लिया संन्यास

RCB की ऐतिहासिक जीत

RCB की पहली ट्रॉफी जीतने के बाद पियूष चावला ने लिया संन्यास


पियूष चावला का संन्यास

RCB: विराट कोहली की टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 17 सालों के बाद अपनी पहली आईपीएल ट्रॉफी जीती। आरसीबी ने 3 जून को पंजाब किंग्स को हराकर यह उपलब्धि हासिल की। इस जीत के बाद फैंस जश्न मना रहे थे, लेकिन इसी बीच 36 वर्षीय पियूष चावला ने संन्यास का ऐलान कर दिया, जिससे फैंस में उदासी छा गई।


पियूष चावला का संन्यास


पियूष चावला, जो दो बार के वर्ल्ड कप विजेता हैं, ने 6 जून को अपने संन्यास की घोषणा की। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट दोनों से अलविदा कहा। उनका आखिरी मैच सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में था, और भारतीय टीम के लिए खेलना उन्हें काफी समय हो गया था।


आखिरी मौका 2012 में


RCB की पहली ट्रॉफी जीतने के बाद पियूष चावला ने लिया संन्यास


पियूष चावला ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप की विजेता टीम का हिस्सा रहे। उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ था। आईपीएल में वह पिछले साल मुंबई इंडियंस के लिए खेले थे, लेकिन 2025 के सीजन के लिए अनसोल्ड रहे।



पियूष चावला ने अपने संन्यास के दौरान कहा कि यह यात्रा उनके लिए एक वरदान रही है। उन्होंने कहा कि क्रिकेट उनके दिल में हमेशा रहेगा और वह एक नई यात्रा की शुरुआत के लिए उत्सुक हैं।


पियूष चावला का क्रिकेट करियर


पियूष चावला ने भारत के लिए 35 मैचों में 43 विकेट लिए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 23 रन देकर 4 विकेट लेना रहा है। उन्होंने 3 टेस्ट, 25 वनडे और 7 टी20 मैच खेले हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम 446 विकेट हैं।