RCB की पहली ट्रॉफी जीतने के बाद BCCI ने वापस ली ट्रॉफी
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने 17 साल के लंबे इंतजार के बाद आईपीएल की पहली ट्रॉफी जीती, लेकिन खुशी का यह पल जल्दी ही विवाद में बदल गया। BCCI ने तुरंत ट्रॉफी वापस ले ली, जिससे फैंस और खिलाड़ियों में निराशा फैल गई। जानें इस घटना के पीछे की असली वजह और RCB की जीत का जश्न कैसे मनाया गया।
Jun 6, 2025, 11:58 IST
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RCB की ऐतिहासिक जीत और ट्रॉफी का विवाद

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने 17 साल के लंबे इंतजार के बाद आईपीएल की पहली ट्रॉफी अपने नाम की। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल में पंजाब किंग्स को 6 रनों से हराकर यह उपलब्धि हासिल की। इस जीत के बाद विराट कोहली का सपना भी पूरा हुआ, और पूरी टीम ने ट्रॉफी के साथ जश्न मनाया। लेकिन, इसके तुरंत बाद BCCI ने ट्रॉफी वापस ले ली। आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह।
ट्रॉफी वापस लेने का कारण
ये है वजह
जब कोई टीम आईपीएल का खिताब जीतती है, तो उन्हें जो ट्रॉफी दी जाती है, वह असली नहीं होती। फाइनल में विजेता टीम को केवल एक रेप्लिका ट्रॉफी दी जाती है। RCB के साथ भी यही हुआ। जब उन्होंने खिताब जीता, तो उन्हें असली ट्रॉफी नहीं, बल्कि एक रेप्लिका दी गई। इसके बाद सभी खिलाड़ियों ने जश्न मनाया और फिर वे बेंगलुरु लौटे।
RCB की जीत का जश्न
RCB की जीत पर किया गया विक्ट्री परेड का आयोजन
RCB ने 17 साल के इंतजार के बाद अपने 18वें साल में खिताब जीता, जिससे उनके फैंस में खुशी की लहर दौड़ गई। इस जीत के उपलक्ष्य में विक्ट्री परेड का आयोजन किया गया। 4 जून को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर इस परेड का आयोजन हुआ। इस मौके पर रजत पाटीदार और विराट कोहली ने अपने फैंस का धन्यवाद किया और पाटीदार को समर्थन देने की अपील की, क्योंकि वे आने वाले सीजनों में टीम के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
RCB की फाइनल में हार
तीन बार फाइनल में पहुंच कर हार गई RCB
RCB ने 2009, 2011 और 2016 में फाइनल में जगह बनाई, लेकिन उन्हें डेक्कन चार्जर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद, बेंगलुरु ने 2020, 2021, 2022 और 2024 में चार बार प्लेऑफ में प्रवेश किया, लेकिन फाइनल में पहुंचने में असफल रही। अंततः, उन्होंने आईपीएल 2025 में नई टीम और कप्तान के साथ खिताब जीतने की कोशिश की।