140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ते ही हार्दिक एक अलग गेंदबाज बन जाता है: पारस म्हाम्ब्रे

कोलंबो, 14 सितंबर (आईएएनएस)। एशिया कप सुपर फोर मैच में श्रीलंका पर भारत की 41 रनों की जीत में हार्दिक पांड्या ने अपने पांच ओवर के स्पैल में आक्रामक प्रदर्शन किया। उन्होंने लगातार शानदार लेंथ से गेंदबाजी की और श्रीलंकाई बल्लेबाजों पर दबाव बनाने के लिए 140 किमी प्रति घंटे की तेजी का आंकड़ा छू लिया।
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140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ते ही हार्दिक एक अलग गेंदबाज बन जाता है: पारस म्हाम्ब्रे

कोलंबो, 14 सितंबर (आईएएनएस)। एशिया कप सुपर फोर मैच में श्रीलंका पर भारत की 41 रनों की जीत में हार्दिक पांड्या ने अपने पांच ओवर के स्पैल में आक्रामक प्रदर्शन किया। उन्होंने लगातार शानदार लेंथ से गेंदबाजी की और श्रीलंकाई बल्लेबाजों पर दबाव बनाने के लिए 140 किमी प्रति घंटे की तेजी का आंकड़ा छू लिया।

यह एक चाल थी जो अच्छी तरह से काम कर गई। पहले रवींद्र जड़ेजा ने धनंजय डी सिल्वा को अपना शिकार बनाया। फिर, हार्दिक ने महेश थीक्षाना को पवेलियन का रास्ता दिखाया। ताकि, भारतीय टीम की जीत की राह सुनिश्चित हो सके और एशिया कप फाइनल के लिए टीम इंडिया अपनी जगह पक्की करे।

अब शुक्रवार को बांग्लादेश के खिलाफ भारत के मैच से पहले गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने हार्दिक की प्रशंसा की।

म्हाम्ब्रे ने कहा, "हार्दिक ने जिस तरह से खुद को तैयार किया है, उससे मैं बहुत खुश हूं। इस पर हमने लंबे समय से काम किया है। हम उसके वर्कलोड का प्रबंधन कर रहे हैं। यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सबसे पहले वह फिट हो और वह हासिल करने में सक्षम हो, जो हम उससे उम्मीद करते हैं। एक बार जब वह 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेता है तो वह एक अलग गेंदबाज बन जाता है।"

प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में म्हाम्ब्रे ने आगे कहा, "साथ ही, टीम के नजरिए से यह एक विकेट लेने वाला विकल्प है जो हमारे पास हार्दिक के रूप में है।"

हार्दिक के अलावा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा ने अलग-अलग मौकों पर शानदार गेंदबाजी की। मौजूदा समय में टीम इंडिया की गेंदबाजी लाइन-अप खतरनाक लग रही है।

शमी को बाहर रखने पर कोच ने कहा, "यह बेहद मुश्किल है। शमी जैसे व्यक्ति को बाहर करना आसान नहीं है। उनके पास जो अनुभव है और उन्होंने देश के लिए जो प्रदर्शन किया है वह शानदार है।"

--आईएएनएस