CSK के ऑलराउंडर पर बॉल टेम्परिंग का गंभीर आरोप, करियर संकट में

CSK के खिलाड़ी पर बॉल टेम्परिंग का आरोप

CSK: इंग्लैंड टेस्ट सीरीज की शुरुआत में अब कुछ ही दिन बचे हैं। भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच टेस्ट सीरीज जल्द ही शुरू होने वाली है। इस सीरीज के लिए भारतीय टीम इंग्लैंड में अपनी तैयारियों में जुटी है। लेकिन इस बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है।
दरअसल, इंग्लैंड सीरीज से पहले चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के एक खिलाड़ी पर बॉल टेम्परिंग का गंभीर आरोप लगा है। इस आरोप के चलते उस खिलाड़ी का करियर संकट में पड़ गया है। एक टीम ने इस मामले में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई है।
CSK के खिलाड़ी पर लगा बॉल टेम्परिंग का आरोप
जिस खिलाड़ी की बात की जा रही है, वह कोई और नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके स्टार ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन हैं। उन पर एक मैच के दौरान बॉल टेम्परिंग का आरोप लगाया गया है।
अश्विन इस समय तमिलनाडु प्रीमियर लीग में खेल रहे हैं और अब वह एक नए विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं। उनके लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में उन्हें अंपायर पर गुस्सा करने के कारण जुर्माना भी लगाया गया था, और अब यह बॉल टेम्परिंग का मामला।
इस टीम ने की शिकायत
इस टीम ने की शिकायत
एक रिपोर्ट के अनुसार, सेईचेम मदुरई पैंथर्स ने अश्विन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने गेंद के साथ छेड़छाड़ की है। इस टीम ने अपनी शिकायत तमिलनाडु प्रीमियर लीग को लिखित रूप में दी है।
जानकारी के अनुसार, 14 जून को एससीएफ क्रिकेट ग्राउंड पर सेईचेम मदुरई पैंथर्स और डिंडिगुल ड्रैगंस के बीच मैच के दौरान यह घटना हुई। आरोप है कि अश्विन और उनकी टीम ने गेंद की स्थिति को बदलने के लिए एक कैमिकल युक्त तौलिए का इस्तेमाल किया। इसके बावजूद, अश्विन और उनकी टीम ने उस तौलिए का उपयोग जारी रखा।
नहीं मिला कोई सबूत
नहीं मिला कोई सबूत
हालांकि अश्विन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, लेकिन अभी तक उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। इस कारण लीग के सीईओ प्रसन्ना कनन ने अश्विन की टीम पर लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यदि शिकायत करने वाले पक्ष के पास कोई ठोस सबूत है, तो उसे पेश करें।
सीईओ ने कहा, “फ्रेंचाइजी ने शिकायत दर्ज कराई है। हमने इसे संज्ञान में लिया है। नियम के अनुसार, 24 घंटे के भीतर शिकायत दर्ज होनी चाहिए, लेकिन हमने इसे स्वीकार किया। हमने आरोप से संबंधित सबूत पेश करने के लिए कहा, लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं मिले।”