रुतुराज गायकवाड़ का पहला वनडे शतक, भारत को मिली हार
रुतुराज गायकवाड़ का शानदार प्रदर्शन
भारतीय क्रिकेटर रुतुराज गायकवाड़ ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे में अपने करियर का पहला शतक बनाया। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ ने 105 रनों की बेहतरीन पारी खेली, जिससे टीम इंडिया ने 358 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया। हालांकि, भारत को अंतिम ओवर में दक्षिण अफ्रीका से 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। मैच के बाद गायकवाड़ ने कहा कि चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करना उनके लिए एक चुनौती थी और उन्होंने इसे अपने सभी प्रारूपों में सर्वश्रेष्ठ शतक माना।
गायकवाड़ ने अपनी बल्लेबाजी प्रक्रिया के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि वनडे प्रारूप में ओपनिंग करते समय, उनका लक्ष्य हमेशा 40-45 ओवर तक बल्लेबाजी करना होता था और उसके बाद लाभ उठाना होता था। उन्हें पता है कि 11-40 ओवर में कैसे खेलना है, स्ट्राइक को कैसे घुमाना है और बाउंड्री के विकल्प कैसे खोजने हैं। शुरुआती 10-15 गेंदें अच्छी तरह से खेलना और इसी प्रक्रिया को बनाए रखना जरूरी है। जब भी वह सेट होते हैं, तो वह गेंद को लंबा खींचने की कोशिश करते हैं।
गायकवाड़ ने यह भी कहा कि पिछले विजय हज़ारे ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था और उनके मन में कई बातें चल रही थीं। उन्होंने इस साल अपने रनों में निरंतरता बनाए रखने का लक्ष्य रखा है, चाहे वह क्लब क्रिकेट हो या सफेद गेंद या लाल गेंद। उन्होंने बताया कि प्रबंधन उन्हें चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए समर्थन दे रहा है।
गायकवाड़ ने कहा, "मुझे बताया गया था कि मैं इस सीरीज़ में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करूँगा और मुझे अपने खेल का आनंद लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। मुझे लगता है कि प्रबंधन से चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले सलामी बल्लेबाज़ पर इस तरह का भरोसा पाना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। उम्मीद है कि मैं आखिरी मैच में भी अच्छा प्रदर्शन करूँगा। कोच ने मुझे खेल का आनंद लेने और अपना स्वाभाविक खेल खेलने के लिए कहा।"
