BCCI ने गौतम गंभीर के साथ जोड़ा एक और दिग्गज, इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया को मिलेगी नई ताकत

भारतीय क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है, जहां BCCI ने हेड कोच गौतम गंभीर के साथ एक और अनुभवी खिलाड़ी को जोड़ा है। यह कदम इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया की मजबूती के लिए उठाया गया है। गंभीर की चयन प्रक्रिया में बढ़ती भूमिका को सीमित करने के लिए अजीत आगरकर को मुख्य चयनकर्ता बनाया गया है। जानें इस बदलाव के पीछे की रणनीतियाँ और इसके संभावित प्रभाव।
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BCCI ने गौतम गंभीर के साथ जोड़ा एक और दिग्गज, इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया को मिलेगी नई ताकत

टीम इंडिया के हेड कोच की नई भूमिका

BCCI ने गौतम गंभीर के साथ जोड़ा एक और दिग्गज, इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया को मिलेगी नई ताकत

टीम इंडिया: गौतम गंभीर, जो टीम इंडिया के हेड कोच हैं, इस समय काफी प्रभावशाली स्थिति में हैं। उनके निर्देशों के अनुसार ही टीम का चयन किया जा रहा है, जिससे भारतीय कप्तानों की भूमिका कम होती जा रही है।

गंभीर क्रिकेट को फुटबॉल की तरह संचालित करना चाहते हैं, ताकि वह मैदान पर खेल को नियंत्रित कर सकें। हालांकि, बीसीसीआई ने उनकी स्वतंत्रता को सीमित करने के लिए एक अनुभवी खिलाड़ी को उनके साथ जोड़ा है, ताकि गंभीर अपनी इच्छानुसार चयन न कर सकें।


अजीत आगरकर को मिली मुख्य चयनकर्ता की जिम्मेदारी

भारतीय मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के हाथों में दी गई कमान

BCCI ने गौतम गंभीर के साथ जोड़ा एक और दिग्गज, इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया को मिलेगी नई ताकतदरअसल ये कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता अजीत आगरकर (Ajit Agarkar) है। अजित आगरकर को साल 2023 के वर्ल्ड कप के पहले भारतीय टीम के सेलेक्टर बने थे जिसके बाद से उन्होंने कई बड़े फैसले लिए है। जिसमें रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के कहने के बाद भी चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्या रहाणे (Ajinkya Rahane) जैसे खिलाड़ियों को मौका न देकर युवा खिलाड़ियों को मौका देना जिसका नतीजा भी देखने को मिला था और भारतीय टीम ने वो सीरीज अपने नाम की थी।


अजित आगरकर के महत्वपूर्ण निर्णय

अजित आगरकर के चुके हैं Team India के लिए बड़े निर्णय

अजित आगरकर की अगुवाई वाली सिलेक्शन कमिटी ने ही सूर्यकुमार यादव को टीम इंडिया का टी20 कप्तान बनाया था। जबकि हार्दिक पांड्या टीम के उपकप्तान थे और वो रोहित की गैरमौजूदगी में एक साल से टीम का नेतृत्व भी कर रहे थे, लेकिन उन्होंने गंभीर के विरुद्ध जाकर सूर्या को कप्तान बनाया था। उनका ये फैसला अभी तक बिल्कुल सही साबित हुआ है और टीम इंडिया उनकी अगुवाई में एक भी सीरीज नहीं हारी है।

भारतीय टीम का हेड कोच सिलेक्शन कमिटी की मीटिंग में हिस्सा नहीं ले सकता है लेकिन गंभीर ने बीसीसीआई के इस नियम की धज्जियां उड़ा दी थी। वो हेड कोच होने के बाद भी सिलेक्शन कमिटी की मीटिंग में हिस्सा लेते थे और अपने मनमुताबिक खिलाड़ियों का चयन करवाते थे इसलिए अब सेलेक्टर इंग्लैंड दौरे पर टीम के साथ रहेंगे ताकि जिस खिलाड़ी को मौका मिलना चाहिए उसे ही जगह दी जाए।


इंग्लैंड दौरे पर सेलेक्टर की भूमिका

इंग्लैंड दौरे पर टीम के साथ रहेगा सेलेक्टर

गंभीर अपनी मनमानी चलाते हुए किसी भी खिलाड़ी को मौका न दे सकें। किसी भी विदेशी दौरे पर कोई एक भारतीय सेलेक्टर टीम के साथ जायेगा और ये नियम बहुत पहले से चला आ रहा है और इस बार भी वैसे ही होगा। सेलेक्टर प्लेइंग इलेवन बनाने में हस्तक्षेप नहीं करेगा लेकिन उस खिलाड़ी को खिलाने का कारण जरूर जान सकता है।