86 वर्षीय अरबपति टैक्सी ड्राइवर की प्रेरणादायक कहानी
एक साधारण टैक्सी ड्राइवर की असाधारण कहानी
क्यों टैक्सी चलाता है ये अरबपति Image Credit source: Social Media
फिजी में एक 86 वर्षीय टैक्सी चालक का वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को उद्यमी नव शाह ने अपने अकाउंट पर साझा किया, जिसमें उन्होंने फ़िजी में एक उबर टैक्सी ली थी। यात्रा के दौरान, शाह ने उस बुजुर्ग ड्राइवर से बातचीत की, जो साधारण दिखते थे, लेकिन उनकी कहानी ने सबको चौंका दिया। जब नव शाह ने उनसे पूछा कि इतनी उम्र में भी वे काम क्यों कर रहे हैं, तो ड्राइवर ने मुस्कुराते हुए बताया कि वे अपनी कमाई का एक हिस्सा भारत में लड़कियों की शिक्षा के लिए भेजते हैं। उन्होंने पिछले दस वर्षों से हर साल 24 लड़कियों की पढ़ाई का खर्च उठाने की बात कही।
इस जानकारी ने शाह की जिज्ञासा को बढ़ा दिया और उन्होंने ड्राइवर से उनके व्यवसायों के बारे में पूछा। बुजुर्ग ने बताया कि उनके पास 13 ज्वेलरी स्टोर, छह रेस्टोरेंट, एक स्थानीय अखबार और चार सुपरमार्केट हैं। उन्होंने गर्व से कहा कि यह सब उनके पिता की मेहनत का परिणाम है, जिन्होंने 1929 में केवल पांच पाउंड से अपना कारोबार शुरू किया था। वे खुद तीन बेटियों के पिता हैं और सभी को अच्छी शिक्षा दी है। अब उनकी इच्छा है कि वे अन्य लड़कियों को भी अपने सपनों को पूरा करने में मदद करें। उनके अनुसार, जब कोई लड़की शिक्षित होकर आत्मनिर्भर बनती है, तो वह पूरे समाज को ऊपर उठाती है।
इस नेक काम का उद्देश्य
नव शाह ने इस प्रेरणादायक मुलाकात का वीडियो साझा करते हुए लिखा कि ये हैं 86 साल के उबर ड्राइवर, जिनका सालाना कारोबार 170 मिलियन डॉलर से अधिक है। जब उन्होंने ड्राइवर से पूछा कि वे अब भी उबर क्यों चलाते हैं, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि वे इस पैसे से भारत की लड़कियों की पढ़ाई करवाते हैं। हर सफर एक और लड़की को स्कूल भेजने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि जीवन में सकारात्मक रहना, खुश रहना और सच्चे रहना ही सबसे महत्वपूर्ण है।
वीडियो देखें
यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया और लाखों लोगों ने इसे देखा। हर कोई उस बुजुर्ग व्यक्ति की सादगी, उदारता और जीवन के दृष्टिकोण से प्रभावित हुआ। एक यूजर ने लिखा, 'वह सच में एक लीजेंड हैं, इतनी संपत्ति के बावजूद दूसरों की मदद के लिए काम करना आसान नहीं।' दूसरे यूजर ने कहा कि 'क्या प्रेरणादायक इंसान हैं। ऐसे लोग ही दुनिया में उम्मीद की किरण हैं।' इस कहानी ने लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि असली सफलता केवल धन कमाने में नहीं, बल्कि उस धन का सही उपयोग करने में है। एक ऐसा व्यक्ति जिसने अपनी ज़िंदगी के 86 साल पूरे कर लिए हों, और फिर भी रोज़ मेहनत करके किसी और के सपनों को उड़ान दे रहा हो, उससे बड़ी मिसाल शायद ही कोई हो सकती है.
